ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स की छठी आज, कुरान खानी के बाद हुई कुल की महफिल
- सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर मंगलवार को कुरान खानी के बाद कुल की महफिल 9 बजे सुबह हुई. अब दोपहर 1 बजे रंग पेश किया जाएगा।
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर मंगलवार को कुरान खानी के बाद कुल की महफिल 9 बजे सुबह हुई. अब दोपहर 1 बजे रंग पेश किया जाएगा। इसके बाद दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेद्दिन महफिल से उठकर जन्नती दरवाजा होते हुए आस्ताने पहुंचेंगे। यहां कुल की फातिहा होगी और ख्वाजा गरीब नवाज की मजार खिदमत के बाद जन्नती दरवाजा बंद कर दिया जाएगा।
इससे पहले राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर पाकिस्तान से जयरीन का जत्था अजमेर पहुंचा। मंगलवार सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर चेतक एक्सप्रेस से 89 पाकिस्तानी जायरीन अजमेर पहुंचे। अजमेर रेल मंडल में वाणिज्य प्रबंधक और उर्स मेला अधिकारी विवेकानंद शर्मा ने बताया कि दिल्ली से आने वाली चेतक एक्सप्रेस में अतिरिक्त दो कोच पाकिस्तानी जायरीन के लिए लगाए गए।
ट्रेन अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां सुरक्षा के पहले से ही कड़े इंतजाम किए गए थे। जांच पड़ताल के बाद पाकिस्तानी जायरीन की व्यवस्था राज्य सरकार से जुड़ी संस्थाएं देख रही हैं। पाकिस्तानी जायरीन 10 जनवरी को शताब्दी एक्सप्रेस से 3 बजकर 30 मिनट पर अजमेर से रवाना होंगे। जीआरपी सीओ राम अवतार ने बताया कि 89 पाक जायरीन ट्रेन से अजमेर आए है। सभी की जांच पड़ताल की गई है। सभी पाकिस्तानी जायरीन को रोडवेज बसों से सेंट्रल गर्ल्स स्कूल भेजा गया है।
चेतक एक्सप्रेस ट्रेन का समय रात 2 बजकर 15 मिनट पर अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचने का था, लेकिन ट्रेन एक घंटा देरी से पंहुची। ट्रेन के समय पर पहुंचने की मानकर सुरक्षा एजेंसियों ने रात 12 बजे से ही प्लेटफार्म संख्या एक खाली करवा लिया। इस दौरान केवल रेल यात्रियों को ही ट्रेन आने पर प्रवेश दिया गया। गत वर्ष पाकिस्तान से 230 जायरीन का जत्था अजमेर आया था, लेकिन इस बार मात्र 89 पाक जायरीन को ही अजमेर आने की इजाजत मिली है।
यह पाक जायरीन 10 जनवरी तक अजमेर में रहेंगे. 10 जनवरी को शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स की छठी मंगलवार को है। मंगलवार को दरगाह में छोटे कुल की रस्म अदा की जाएगी। लिहाजा छोटे कुल की रस्म के बाद ही पाक जायरीन दरगाह में हाजरी दे पाएंगे।
ख्वाजा के उर्स में हाजिरी देने के लिए आशिकाने गरीब नवाज अजमेर आ रहे है। इनमें पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी 89 जायरीन अजमेर आ चुके हैं। इनके साथ दो पाकिस्तान एंबेसी के अधिकारी भी शामिल हैं. पाक जायरीन के कोच में हथियारबंद आरपीएफ के जवान सुरक्षा दृष्टि से मौजूद थे। ट्रेन के अजमेर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पहले ही प्लेटफार्म संख्या एक खाली करवा लिया गया। पहले ट्रेन से आम रेल यात्रियों को बाहर निकाला गया और ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों को चढ़ाया गया। इसके बाद फर्स्ट क्लास गेट के सामने दोनों कोच को लाया गया।
यहां अजमेर पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ और खुफिया पुलिस के अधिकारी और पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कड़ी सुरक्षा घेरे में पाकिस्तानी जायरीन को रेलवे स्टेशन में जांच पड़ताल के बाद रोडवेज की बसों से चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल लाया गया। यहां भी जांच के बाद उन्हें भीतर प्रवेश दिया गया।