Hindi Newsपंजाब न्यूज़Arrest warrant issued against 25 farmer leaders in PM Modi security breach in Punjab

पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक, 25 किसान नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी; मामला समझिए

  • एफआईआर में 26 लोगों को नामजद किया गया, जिनमें बीकेयू क्रांतिकारी के महासचिव बलदेव सिंह जीरा और क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के अन्य सदस्य शामिल हैं। इनमें से एक आरोपी, मेजर सिंह, की मृत्यु हो चुकी है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, चंडीगढ़Fri, 17 Jan 2025 02:23 PM
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पंजाब के फिरोजपुर जिले में 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा चूक की घटना के संबंध में 25 किसानों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। ये सभी भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) और क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के सदस्य हैं। प्रधानमंत्री मोदी को फिरोजपुर में एक रैली को संबोधित करना था, लेकिन प्रदर्शनकारियों द्वारा पियाराना फ्लाईओवर पर विरोध प्रदर्शन करने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।

मामला गंभीर होने के बाद नई धाराएं जोड़ी गईं

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना के बाद 6 जनवरी 2022 को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 283 (सार्वजनिक मार्ग में बाधा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह धारा जमानती है। भाजपा नेताओं द्वारा कमजोर एफआईआर पर आपत्ति जताए जाने के बाद तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था। जांच के बाद आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 353 (लोक सेवक पर हमला), 341 (गलत तरीके से रोकना), 186 (कर्तव्य में बाधा), 149 (गैरकानूनी सभा) और नेशनल हाईवे एक्ट की धारा 8-बी जोड़ी गईं।

एफआईआर में 26 लोगों को नामजद किया गया, जिनमें बीकेयू क्रांतिकारी के महासचिव बलदेव सिंह जीरा और क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के अन्य सदस्य शामिल हैं। इनमें से एक आरोपी, मेजर सिंह, की मृत्यु हो चुकी है, जिसके बाद अब 25 लोग गिरफ्तारी का सामना कर रहे हैं।

कोर्ट में पेश नहीं होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी

फिरोजपुर कोर्ट ने 3 जनवरी 2025 को आरोपियों के बार-बार समन और वारंट के बावजूद कोर्ट में पेश नहीं होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी किए। कुलगढ़ी पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर को निर्देश दिया गया है कि 22 जनवरी तक आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए।

किसान नेताओं का आरोप: किसानों को डराने की कोशिश

बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने गिरफ्तारी वारंट को केंद्र सरकार की किसानों को डराने की साजिश बताया। उन्होंने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे और एफआईआर में लगाए गए हत्या के प्रयास के आरोप बेबुनियाद हैं। यह कार्रवाई केंद्र सरकार के दबाव में की जा रही है ताकि किसान नेताओं को निशाना बनाया जा सके।” फूल ने कहा कि सरकार किसानों को छिपने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नवंबर में पंजाब पुलिस ने भूख हड़ताल शुरू करने से पहले जगजीत सिंह डल्लेवाल को रात में उनके घर से उठाकर विरोध को दबाने की कोशिश की थी।

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क्या था मामला?

5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री मोदी फिरोजपुर में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि देने और पीजीआई के सेटेलाइट सेंटर की आधारशिला रखने वाले थे। लेकिन प्रदर्शनकारियों द्वारा फ्लाईओवर को अवरुद्ध कर देने के कारण उनका काफिला बठिंडा एयरपोर्ट लौट गया। खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के कारण प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग से यात्रा की थी। आरोपियों में बलदेव सिंह ज़ीरा, कमलजीत सिंह, लखविंदर सिंह, अवतार सिंह और अन्य किसान नेता शामिल हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

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