यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 107 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। वहीं, सौ से ज्यादा लोग गंभीर हैं। हाथरस के सिकंदराराऊ की सीएचसी पर हर तरफ लाशें दिखाई दे रही हैं।
हादसे के बाद इतने ज्यादा घायल पहुंचे कि सरकारी अस्पताल में स्ट्रेचर भी कम पड़ गए। लोग अपनों को लेकर सीएचसी के बाहर खड़े मिले। लोग भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश भी करते दिखाई दिए।
हाथरस सत्संग भगदड़ के बाद घायल और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। जहां आनन-फानन में उनके परिजन भी पहुंचे। अस्पताल के बाहर एंबुलेंस की कतार देखने को मिली।
हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा गया। उधर, लोग घायल को प्राइवेट अस्पताल भी ले गए।
हाथरस के सिकंदराराऊ के इसी स्थान पर सत्संग का आयोजन कराया गया था। जानकारी के मुताबिक यहां यूपी के अलावा एमपी और राजस्थान से भी लाखों की संख्या में लोग शामिल होने आए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध संत का असली नाम सूरज पाल है। अब उनके अनुयायी उन्हें हरि भोले बाबा के नाम से जानते हैं। वह मूल रूप से मूल रूप से कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। संत बनने से पहले भोले बाबा यूपी पुलिस की नौकरी करते थे।
भोले बाबा के सत्संग में भारी भीड़ जुटती थी। ये तस्वीर पिछले साल के एक सत्संग को दौरान की है।
भोले बाबा के सत्संग में ज्यादातर महिलाएं पहुंचती थीं और उनके साथ बच्चे भी होते थे। ये फोटो बाबा के पिछले साल के एक सत्संग की है।