अक्सर स्टूडेंट्स पढ़ाई करने के बाद जॉब के लिए विदेश चले जाते हैं। लेकिन इस बीच कुछ ऐसे भी युवा हैं जो विदेशों से लाखों की नौकरी छोड़कर देश की सेवा के लिए आईएएस और आईपीएस बनते हैं। इनमें से ही एक हैं कानपुर के बाबूपुरवां की एएसपी अंजलि विश्वकर्मा।
अंजलि विश्वकर्मा का जन्म 11 जनवरी 1993 में कानपुर में हुआ था लेकिन उनकी 12वीं तक की पढ़ाई उतराखंड के देहरादून में हुई। इसके बाद उन्होंने कानपुर आईआईटी से एरोस्पेस इंजीनियरिंग से बीटेक की पढ़ाई पूरी की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पढ़ाई के बाद उन्होंने ऑयल कंपनी में जॉब क जहां उनकी सैलरी करीब 4 से 5 लाख रुपये महीने थी। इसके बाद वह नॉर्वे, मलेशिया समेत कई देशों में काम किया। न्यूजीलैंड में नौकरी के समय ही उन्होंने आईपीएस बनने की सोची और भारत लौटकर तैयारियों में जुट गईं।
2019 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन उस समय उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और अगले साल 2020 में फिर से परीक्षा दी। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 158वीं रैंक हासिल की।
यूपीएससी क्वालिफाई होने के बाद आईपीएस अंजलि विश्वकर्मा ने झांसी में छह महीने की ट्रेनिंग ली। फिर कानपुर में एएसपी के पद पर पोस्टिंग हुई।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर आईपीएस अंजलि विश्वकर्मा के 30 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। WordPress पर उन्होंने The Fiery Navigator नाम का पेज भी बनाया है जिस पर उन्होंने भूगोल से संबंधित नोट्स डाले हैं।
अंजलि विश्वकर्मा को फोटोग्राफी के साथ ही ड्रम बजाने का भी शौक है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर इससे जुड़ी तस्वीरें भी शेयर की हैं।