इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तान अजीत वाडेकर हैं। वाडेकर की अगुवाई में भारत ने 1971 में इंग्लैंड को चार विकेट से हराया था। तब भारतीय टीम तीन टेस्ट की सीरीज के लिए इंग्लैंड गई थी, जिसके दो मैच ड्रॉ रहे।
विश्व कप विजता कप्तान कपिव देव के नेतृत्व में भारत ने 1986 में इंग्लैंड में दो बार विजयी परचम फहराया था। भारत ने पहला मैच पांच विकेट जबकि दूसरा मुकाबला 279 रनों से अपने नाम किया। तीन मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट ड्रॉ पर छूटा था।
सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 2002 में इंग्लैंड को पारी और 46 रनों से रौंदा था। हालांकि, चार मैचों की टेस्ट सीरीज ड्रॉ रही थी।
साल 2007 में भारत ने राहुल द्रविड़ की अगुवाई में इंग्लैंड में जीत का स्वाद चखा। भारत ने नॉटिंघम में मेजबान टीम को 7 विकेट से धूल चटाई। भारत ने तीन मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी।
एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने 2014 में इंग्लैंड को 95 रनों से मात दी थी। हालांकि, धोनी ब्रिगेड को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-3 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
इंग्लैंड में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तान का रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम दर्ज है। कोहली के नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड में तीन टेस्ट जीते। भारत ने 2018 में यहां 203 रनों जबकि 2021 में 151 और 157 रनों से विजयी परचम फहराया। भारत को अब शुक्रवार से इंग्लैंड से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भिड़ना है। क्या नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल आगामी सीरीज में विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे? सभी लोगों की 25 वर्षीय गिल पर नजरें रहेंगी।