10. सऊदी अरब और यूएई जैसे अमीर देशों के किनारे बसे इस देश की जनता बहुत ही मुफलिसी में अपना जीवन जीने को मजबूर है। 3.5 करोड़ की आबादी वाले इस देश में एक दशक से ज्यादा समय से गृहयुद्ध जारी है। वर्तमान में इस देश पर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों का कब्जा है। IMF की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 17 अरब डॉलर की जीडीपी के साथ यह देश दुनिया के सबसे गरीब देशों में 10वें पायदान पर है।
9. अफ्रीका महाद्वीप से अलग उत्तर-पूर्व में स्थित यह द्वीपीय देश भी गरीब देशों की सूची में अपना स्थान बनाए हुए है। फ्रांस से आजाद होने के बाद इस देश में सत्ता के लिए कई संघर्ष हुए राजनीति के अलावा इस देश की जलवायु भी यहां के निवासियों के लिए काल बनी हुई है। लगातार आते चक्रवात, सूखा और बाढ़ जैसी आपदाओं की वजह से यहां की जनता आर्थिक रूप से आगे नहीं बढ़ पाती है। वर्तमान में इस देश की 16.77 अरब डॉलर है।
8. दक्षिण अफ्रीकी महाद्वीप का यह देश तमाम प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद भी गरीब देशों की सूची में शामिल है। 54 लाख की आबादी वाले लाइबेरिया में राजनीतिक संकट और गृहयुद्ध की वजह से यहां कि जनता गरीबी और भुखमरी के हालात में हैं। यहां कि जीडीपी लगभग 4.59 अरब डॉलर है।
7. मलावी दक्षिण अफ्रीकी देश मालावी भी गरीब देशों की सूची में शामिल है। 2.13 करोड़ आबादी वाला यह देश अपने खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के लिए भी जाना जाता है। लेकिन सामान्य से इनफ्रास्ट्रक्चर की कमी से यहां पर पर्यटक नहीं आते। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के कारण इस देश की जीडीपी करीब 11 अरब डॉलर है
6. सहारा रेगिस्तान की तपिश झेलता यह दक्षिण अफ्रीकी देश गरीबी का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है। रेगिस्तान की गर्मी की वजह से यहां की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था हमेशा से ही संघर्ष करती नजर आती है। इसी वजह से यहां की जनता बेहद ही गरीबी से जीवन यापन कर रही है।
5. दक्षिण अफ्रीका में समुद्री किनारे पर बसा यह देश अपने प्राकृतिक संसाधनों के लिए मशहूर है। लेकिन राजनीतिक अव्यवस्था ने इस देश की जनता को गरीबी में जीने के लिए मजबूर कर दिया है। इस देश की जीडीपी का मुख्य हिस्सा प्राकृतिक गैस और तेल की वजह से आता है। लेकिन 2017 में इस्लामिक विद्रोहियों के हमले ने इस देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ दी। वर्तमान में इस देश की जीडीपी करीब 24 अरब डॉलर है।
4. सहारा रेगिस्तान की तपिश से परेशान इस देश की जनता जबरदस्त आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही है। यह देश प्राकृतिक रूप से संसाधनों से भरपूर है लेकिन राजनीतिक अस्थिरता की वजह से यहां की अधिकांश आबादी कभी गरीबी से बाहर आ ही नहीं पाई। यहां की जीडीपी वर्तमान में करीब 15.40 अरब डॉलर है।
3. चारों तरफ से जमीन से घिरा हुआ यह देश अपने पड़ोसी देशों की ही तरह गरीबी से परेशान है। यह देश अपने प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। लेकिन राजनीतिक तनाव और तकनीकी की कमी की वजह से यहां की जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिलता है। लगभग 60 लाख की आबादी वाले इस देश की जीडीपी लगभग 3 अरब डॉलर है।
2. पूर्वी अफ्रीका के देश बुरंडी की जनता लगातार राजनीतिक अस्थिरता की वजह से गरीबी के दलदल में धंसी हुई है। देश की अर्थव्यवस्था का ज्यादातर हिस्सा कृषि पर टिका हुआ है। यहां कि ज्यादातर खेती प्राकृतिक बर्षा की वजह से होती है। ऐसे में ज्यादातर जनता मुफलिसी में जीवन जीने को मजबूर है।
1. दुनिया का सबसे युवा देश दक्षिण सूडान गरीबी की लिस्ट में सबसे ऊपर है। 2011 में ताकत की दम पर सूडान से अलग होकर बने इस देश में राजनीतिक अस्थिरता और बदलती जलवायु की वजह से गरीबी बनी हुई है। लगभग एक करोड़ की आबादी वाला यह देश कई आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। वर्तमान समय में इसकी जीडीपी करीब 26 अरब डॉलर है।