वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अपना लगातार आठवां बजट 2025-26 पेश करेंगी। इंफ्रा और कल्याणकारी योजनाओं पर निरंतर खर्च और राजकोषीय विवेक पर फोकस करना बजट 2025 में वित्त मंत्री सीतारमण के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। ऐसे में बजट का निर्माण केवल एक दिन का काम नहीं है, यह एक जटिल और सीक्रेट प्रोसेस होता है। इसमें कई विभागों और मंत्रालयों के बीच समन्वय करना होता है। आज हम मिलाते हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बजट 2025 टीम से...
1. तुहिन कांत पांडे वर्तमान में वित्त और रेवेन्यू सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने केंद्रीय बजट 2025 से कुछ महीने पहले उन्हें रेवेन्यू डिपार्टमेंट का सचिव नियुक्त किया था। पांडे रेवेन्यू विभाग, आर्थिक मामलों के विभाग और व्यय विभाग सहित वित्त मंत्रालय के सभी विभागों के बीच मुख्य संचार सूत्र के रूप में कार्य करेंगे।
2. आर्थिक सर्वेक्षण केंद्रीय बजट 2025 की प्रस्तुति से एक दिन पहले यानी 31 जनवरी को प्रस्तुत किया जाता है। दस्तावेज कृषि, उद्योग, सेवाओं आदि सहित भारत के आर्थिक क्षेत्रों की स्थिति का व्यापक ओवरव्यू प्रोवाइड करता है। सीईएवी अनंत नागेश्वरन आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 की तैयारी की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं।
3. गोविल निर्मला सीतारमण के वित्त मंत्रालय में एक्सपेंडीचर डिपार्टमेंट के सचिव हैं। वह एक आईआईटी स्नातक हैं, जिन्होंने पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री और प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की है। ईटी के मुताबिक, वह बजट 2025 की तैयारी के तहत अहम काम संभाल रहे हैं, जैसे सब्सिडी को तर्कसंगत बनाना और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में खर्च बढ़ाना।
4. एम नागराजू ने भारत में परिचालन की जा रही विभिन्न वित्तीय समावेशन योजनाओं की समीक्षा के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता प्रमुखों के साथ कई बैठकों की अध्यक्षता की है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय बजट 2025 में उनके फोकस के प्रमुख क्षेत्रों में क्रेडिट फ्लो, डिपॉजिट मोबिलाइजेशन, फिनटेक रेगुलेशन, इंश्योरेंस कवरेज एक्सपेंशन आदि शामिल होंगे।
5. अजय सेठ, आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव, 1987 बैच के कर्नाटक कैडर के नौकरशाह हैं। उनका करियर 33 वर्षों से अधिक का है, और उन्होंने 18 वर्षों तक सार्वजनिक वित्त और टैक्सेशन में बड़े पैमाने पर काम किया है।