गुरुग्राम में BMW स्पोर्ट्स बाइक चला रही युवती की मौत, नोएडा की कंपनी में थी इंजीनियर
गुरुग्राम में अरावली की पहाड़ियों में बने लेपर्ड ट्रेल में बाइकर्स ग्रुप के साथ घूमने आई एक इंजीनियर युवती को कार ने टक्कर मार दी। इससे बीएमडब्ल्यू स्पोर्ट्स बाइक चला रही युवती की मौत हो गई। मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली युवती नोएडा की एक कंपनी में इंजीनियर करती थी।

गुरुग्राम में अरावली की पहाड़ियों में बने लेपर्ड ट्रेल में बाइकर्स ग्रुप के साथ घूमने आई एक इंजीनियर युवती को कार ने टक्कर मार दी। इससे बीएमडब्ल्यू स्पोर्ट्स बाइक चला रही युवती की मौत हो गई। मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली युवती नोएडा की एक कंपनी में इंजीनियर करती थी।
पुलिस के जांच अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि 28 वर्षीय सोमिता सिंह लाल रंग की जी 310-बीएमडब्ल्यू स्पोर्ट्स बाइक से शनिवार शाम नोएडा के बाइक राइडिंग ग्रुप के साथ गुरुग्राम के लेपर्ड कैफे आई थी। रात में रुकने के बाद बाइकर्स ग्रुप रविवार सुबह वापस नोएडा लौट रहा था। सुबह करीब 10 बजे लेपर्ड ट्रेल रोड पर एक कार ने युवती की बाइक में टक्कर मार दी। वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे लोगों ने सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं, मृतका के पिता महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि उन्हें फोन पर बेटी के साथ हुए सड़क हादसे की सूचना मिली। रविवार शाम वह गुरुग्राम पहुंचे और शव की शिनाख्त की। उन्होंने इस संबंध में गुरुग्राम के बादशाहपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस से गुजारिश की है कि बाइकर्स ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई की जाए और इसके संचालक और आरोपी कार चालक को सजा दी जाए। पुलिस ने पिता की शिकायत पर कार चालक और बाइकर्स ग्रुप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिवार को बताए बिना ट्रेनिंग ले रही थी
सोमिता की 8 महीने पहले ही नोएडा की निजी सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी लगी थी। कंपनी में कुछ युवा लेट्स राइड इंडिया ग्रुप के साथ राइड पर जाते थे। सोमिता परिवार को बताए बिना स्पोर्ट्स बाइक चलाने की ट्रेनिंग लेने लगी। पुलिस के अनुसार, लेट्स राइड एकेडमी महिलाओं को ट्र्रेनिंग देती है और स्पोर्ट्स बाइक किराये पर भी देती है। सोमिता जिस बाइक को चला रही थी, वह भी इसी एकेडमी से किराये पर ली गई थी। इसके बाद वह नोएडा के सेक्टर-135 से महिलाओं के राइडर्स ग्रुप के साथ गुरुग्राम आई थी। इसमें 20 से 25 महिला राइडर्स थीं।
सूचना मिलते ही हाथ से छूटी नाश्ते की प्लेट
इंजीनियर सोमिता सिंह के साथ हुए हादसे की खबर जब लखनऊ में उनके पिता महेंद्र पाल सिंह को मिली तो उनके हाथ से नाश्ते की प्लेट छूट गई। आनन-फानन में उन्होंने अपने परिचित और रिश्तेदारों को बुलाया और फिर तुरंत गुरुग्राम के लिए रवाना हो गए।
पुलिस ने फोन पर यह नहीं बताया था कि बेटी की मौत हो गई है। वहां पहुंचे तो बेटी का शव अस्पताल में मिला। फॉरेस्ट विभाग के आईटी सेक्टर से रिटायर्ड पिता ने बताया कि बेटी से लगभग रोज बात होती थी। शनिवार को भी उससे फोन पर बात हुई थी। सब कुछ सामान्य था। सोमिता हमेशा कहती थी, आपको छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी। वह हम सबको साथ रखने की बात कहती थी।
बेटे की भी हो चुकी मौत : एकाएक हादसे में बेटी की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। महेंद्र के मुताबिक, उनकी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। वह अपनी ससुराल में रहती है। बेटे आशुतोष की 2018 में स्वीमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई थी।