विधायक तक से मांगी रंगदारी, कौन है गैंगस्टर सरोज राय? जिसे ग्रुरुग्राम पुलिस ने किया ढेर
Encounter in Gurugram: गुरुग्राम पुलिस ने बिहार एसटीएफ के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन में कुख्यात इनामी गैंगस्टर 26 वर्षीय सरोज राय को मार गिराया। गैंगस्टर सरोज राय की क्राइम कुंडली पर एक नजर...
गुरुग्राम पुलिस ने बिहार पुलिस के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन में बिहार के कुख्यात इनामी गैंगस्टर 26 वर्षीय सरोज राय को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। मुठभेड़ में बिहार पुलिस के एक जवान को भी गोली लग गई। पुलिस के सूत्रों की मानें तो सरोज राय गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने कि फिराक में था। यह मुठभेड़ गुरुग्राम के खेड़की दौला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को सुबह 4 बजे हुई। हालांकि इस दौरान गैंगस्टर सरोज राय का एक साथी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। इस रिपोर्ट में गैंगस्टर सरोज राय की क्राइम कुंडली पर एक नजर...
गैंगेस्टर पर 32 से अधिक केस
कुख्यात सरोज राय सीतामढ़ी के महिन्दवारा थाना क्षेत्र के बतरौली गांव का रहने वाला था। सरोज राय के खिलाफ सीतामढ़ी जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध के 30 से अधिक केस दर्ज हैं। गैंगस्टर सरोज राय की गैंग किस कदर खतरनाक थी इसका अदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनवरी 2019 में उसके गुर्गे के पास से एके-56 तक बरामद किया गया था।
एके-56 से मुंशी को किया था छलनी
इसी एके-56 से सरोज राय और उसके गुंडों ने महिन्दवारा थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण के काम में लगी एक कंपनी के मुंशी को छलनी कर दिया था। इसी घटना के बाद वह पुलिस ने निशाने पर आया। उसे बिहार एसटीएफ ने नागालैंड भागने के दौरान पुर्णिया से अरेस्ट कर लिया था। एके-56 भी बरामद कर ली गई थी।
रंगदारी नहीं देने पर दवा व्यापारी की हत्या
गैंगस्टर सरोज राय 2014 में रंगदारी नहीं देने पर दवा व्यापारी यतींद्र खेतान की हत्या कर की थी। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उसने रंगदारी नहीं देने पर आधा दर्जन व्यवसायियों को भी अपना निशाना बनाया था। बिहार पुलिस ने पहले उस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था जिसे बाद में बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया था।
विधायक तक से रंगदारी
कानून को ठेंगा दिखाने वाला गैंगस्टर सरोज राय इस कदर बेखौफ था कि विधायक तक से रंगदारी मांग ली थी। उसने बिहार के रून्नीसैदपुर से जदयू विधायक पंकज कुमार मिश्रा से रंगदारी मांगी थी और कहा था कि यदि विधायक ने पैसे नहीं दिए तो वह उन्हें और उनके परिवार के लोगों को खत्म कर देगा। इस संबंध में सीतामढ़ी थाने में मामला दर्ज किया गया था।
विधायक को धमकी देना पड़ गया भारी
हालांकि विधायक को धमकी देना उसे भारी पड़ गया। वह बिहार पुलिस की हिट वॉन्टेंड लिस्ट में शामिल हो गया था। बिहार पुलिस ने सरोज राय पर दो लाख रुपये का इनाम रखा था। इसके बाद से वह अंडरग्राउंड था लेकिन पुलिस उसके पीछे थी। बिहार एसटीएफ की ओर से उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापे पड़ रहे थे।
बिहार एसटीएफ के इनपुट पर ऐक्शन
इसी बीच बिहार एसटीएफ को खुफिया इनपुट मिला कि सरोज राय गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला है। इसके बाद बिहार एसटीएफ ने बिना देर किए गुरुग्राम पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद गुरुग्राम पुलिस एक्टिव हुई। गुरुग्राम पुलिस को सूचना मिली कि सरोज राय मेवात से गुरुग्राम में एंट्री करेगा। गुरुग्राम पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर उसे दबोचने के लिए नाकेबंदी की।
गुरुग्राम क्राइम यूनिट, मानेसर और बिहार पुलिस की कार्रवाई
गुरुग्राम क्राइम यूनिट, मानेसर और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम गुर्जर गांव में बार गुर्जर चौकी के पास तैनात थी। इस संयुक्त पुलिस टीम को बाइक पर कुछ संदिग्ध आते दिखे। इसके बाद पुलिस टीम ने संदिग्धों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद उन्होंने पुलिस टीम पर कई राउंड फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें गैंगस्टर सरोज राय को गोली लगी।
साथी चकमा देकर फरार
गैंगस्टर को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में बिहार पुलिस के एक जवान को भी गोली लगी है। घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि मुठभेड़ के दौरान चकमा देकर गैंगेस्टर का एक साथी भाग निकलने में कामयाब हो गया। गुरुग्राम एसीपी ने बताया कि सरोज राय बिहार का कुख्यात गैंगस्टर था जिस पर लगभग 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बिहार पुलिस से बचने के लिए दिल्ली और गुरुग्राम में डेरा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गैंगेस्टर राय अपने एक साथी के साथ बाइक पर आ रहा था। पुलिस ने उसे रुकने के लिए कहा तो उसने कई राउंड फायरिंग की। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार पुलिस से बचने के लिए गैंगस्टर सरोज राय ने दिल्ली और गुरुग्राम में डेरा डाल रखा था। वह अपने करीबी रिश्तेदारों के यहां रह रहा था।