जब लोग खाने के लिए मोहताज थे, आपकी इनकम 40 गुना कैसे बढ़ी; केजरीवाल पर भाजपा का हमला
- सचदेव ने कहा, 'मैं केजरीवाल से सिर्फ एक सवाल पूछना चाहता हूं। साल 2020-21 में बिना किसी कारण, बिना किसी सोर्स के आपकी इनकम 40 गुना कैसे बढ़ जाती है।'
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने एफिडेविट (शपथपत्र) देते हुए अपनी संपत्ति का खुलासा भी किया। उनके इसी हलफनामे के आधार पर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव ने उन पर निशाना साधा है। सचदेव ने कहा है कि कोविड के समय जब आम जनता खाने के लिए मोहताज थे, उस समय केजरीवाल की संपत्ति अचानक 40 गुना बढ़ गई, जो कि बहुत बड़ा शक पैदा करती है।
इस बारे में समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सचदेव ने कहा, '2014-15 से अरविंद केजरीवाल अपनी कमाई का स्रोत सिर्फ विधायक के रूप में उन्हें मिलने वाले वेतन को बताते आ रहे हैं और अपने एफिडेविट में उन्होंने अपनी कमाई कुछ इस तरह बताई है। केजरीवाल ने साल 2012-13 में 2 लाख 5 हजार रुपए, 2013-14 में 2 लाख 7 हजार रुपए, 2014-15 में 7 लाख 42 हजार रुपए, 2015-16 में 2 लाख 46 हजार रुपए, 2017-18 में 2 लाख 58 हजार रुपए, 2018-19 में 2 लाख 87 हजार रुपए और 2019-20 में 1 लाख 57 हजार रुपए की कमाई बताई है।'
आगे सचदेव ने कहा, 'अब मैं केजरीवाल से सिर्फ एक सवाल पूछना चाहता हूं। कल जो आपने नामांकन पत्र भरा है, और जो एफिडेविट आपने दिया है, उसमें साल 2020-21 में बिना किसी कारण, बिना किसी सोर्स के आपकी इनकम 40 गुना कैसे बढ़ जाती है। क्योंकि जहां 2019-20 में 1,57,823 रुपए थी, वहीं 2020-21 में 44 लाख 90 हजार 40 रुपए कैसे हो जाती है। यह पैसा कहां से आता है।'
आगे उन्होंने कहा, ‘यहां एक बात जरूर याद दिलाना चाहूंगा, 2020-21 यह वह साल है, जब लोग कोविड में अपने घरों में छुपे बैठे थे। अपने और अपने वालों की जान बचाने में लगे थे। लोग खाने के लिए मोहताज थे, लोग एक-दूसरे की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहे थे। लेकिन उस समय आपकी (केजरीवाल) इनकम 44 गुना बढ़ गई।’
'यह भी संयोग है कि उस समय आप और आपके मंत्री बैठकर दिल्ली की शराब नीति बना रहे थे। तो क्या यह उस किकबैक का पैसा है, आप बताएंगे हमें तो मालूम नहीं है, लेकिन 44 गुना तनख्वाह या जो इनकम टैक्स में आपने पैसा जमा कराया है, एक साथ बढ़ना यह बहुत बड़ा संदेह भी पैदा करता है और बार-बार जो हम आरोप लगाते हैं, कि शराब नीति के बाद किस तरह से दिल्ली को लूटने की तैयारी आपने की है, 2020-21 का साल यह वह साल है, जब आप दिल्ली की शराब नीति बना रहे थे, तो इसका जवाब तो आपको देना होगा।'