दिल्ली से दो करोड़ की ‘मलाना क्रीम’ बरामद, हिमाचल से गोवा ले जा रहा था युवक; रेव पार्टी में आती है काम
- पुलिस के मुताबिक, उन्हें मुखबिर सूचना मिली थी कि हिमाचल प्रदेश से गोपाल नाम का व्यक्ति ‘मलाना क्रीम’ लेकर दिल्ली जा रहा है जिसकी आपूर्ति गोवा में की जानी है।
दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हशीश (चरस) की तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उनसे रेव पार्टियों के लिए ले जाई जा रही करीब दो करोड़ रुपए मूल्य की 3.6 किलोग्राम ‘मलाना क्रीम’ (चरस की एक किस्म) जब्त की है, साथ ही इस मामले में पुलिस ने दो पुर्तगाली नागरिकों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता भी पाई है। जब्त की गई ‘मलाना क्रीम’ का इस्तेमाल न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर होना था।
पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी नए साल पर आयोजित होने वाली पार्टियों से पहले इस नशे की खेप को बेचना चाहते थे। इस दौरान पुलिस ने 3,684 ग्राम ‘मलाना क्रीम’ जब्त की जिसकी अनुमानित कीमत लगभग दो करोड़ रुपए है।
पुलिस के मुताबिक, उन्हें मुखबिर सूचना मिली थी कि हिमाचल प्रदेश से गोपाल नाम का व्यक्ति ‘मलाना क्रीम’ लेकर दिल्ली जा रहा है जिसकी आपूर्ति गोवा में की जानी है। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी को पकड़ लिया। इस बारे में पुलिस उपायुक्त (अपराध) विक्रम सिंह ने बताया कि एक पुलिस टीम ने दिल्ली में एक वाहन को रोका और उससे प्रतिबंधित नशीला पदार्थ बरामद कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गोवा में रहने वाले जो उर्फ जेल्म्स सेवियो फर्नांडिस को गिरफ्तार कर लिया जिसके पास यह खेप पहुंचाई जानी थी। सिंह ने कहा, जो के बयान पर एक अन्य व्यक्ति जॉर्डन फर्टाडो को भी गोवा से गिरफ्तार किया गया।
यह पाया गया कि गिरोह क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर गोवा में आयोजित होने वाली ‘रेव’ पार्टियों में विशेष रूप से विदेशियों को इस खेप को बेचने की साजिश रच रहा था।
गिरफ्तार आरोपी गोपाल ने खुलासा किया कि वह गोवा में प्रति किलोग्राम मादक पदार्थ की आपूर्ति के बदले 50,000 रुपए लेता था। पुलिस ने कहा कि वह आमतौर पर सितंबर के बाद हर महीने गोवा के लिए अपनी यात्रा का कार्यक्रम बनाता था।
पुलिस उपायुक्त सिंह ने कहा कि जो और जॉर्डन दोनों पुर्तगाली नागरिक हैं जो विदेशी नागरिकों को ‘मलाना क्रीम’ बेचना चाहते थे क्योंकि इससे उन्हें भारी मुनाफा होता था।