दिल्ली में सीरियाई रिफ्यूजी पर अटैक, 11 महीने के बच्चे पर भी डाला फिनाइल; आरोपी अरेस्ट
दिल्ली में एक सीरियाई रिफ्यूजी और उसके बेटे पर कथित तौर पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है। पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी में स्थानीय लोगों के एक समूह पर आरोप है कि उन्होंने एक सीरियाई रिफ्यूजी और उसके 11 महीने के बेटे पर कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया।
दिल्ली में एक सीरियाई शरणार्थी (रिफ्यूजी) और उसके बेटे पर कथित तौर पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है। पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी में स्थानीय लोगों के एक समूह पर आरोप है कि उन्होंने एक सीरियाई रिफ्यूजी और उसके 11 महीने के बेटे पर कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया। दोनों का फिलहाल सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले में सोमवार को एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने बताया कि 30 सितंबर को पुलिस स्टेशन विकासपुरी में शरणार्थियों और स्थानीय निवासियों के बीच झगड़े को लेकर उन्हें एक पीसीआर कॉल मिली।
कॉल आने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और पाया कि शरणार्थियों और निवासियों के बीच झगड़ा हुआ था। झगड़े के दौरान, राकेश कुमार नाम का एक शख्स प्लास्टिक की जेरी कैन लेकर आया और कपड़ों और टेंट आदि पर कुछ लिक्विड (तरल पदार्थ) गिरा दिया। लिक्विड तीन शरणार्थियों पर भी गिरा, इससे जिन्हें जलन महसूस हुई। शुरुआथी जांच में यह लिक्विड फिनाइल लग रहा है। लेकिन इसकी सटीक जानकारी केमिकल एग्जामिनेशन से ही पता चल पाएगी।
पुलिस ने मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए एक अक्टूबर को कानून की उचित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की। आरोपी राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, पासपोर्ट में लिखे नाम के मुताबिक सीरियाई नागरिक रफत, उसकी पत्नी मारिसा (26 वर्ष) जो थाईलैंड की मूल निवासी है, और उनका बेटा विकासपुरी में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के कार्यालय के बाहर सड़क पर रह रहे हैं। स्थानीय लोगों ने उनके वहां रहने पर आपत्ति जताई थी।
बता दें कि विकासपुरी में यूएनएचसीआर का ऑफिस है। शरणार्थी समय-समय पर काम और आश्रय (रहने की जगह) की मांग करते हुए वहां आते हैं। कई बार वे नारे भी लगाते हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी होती है। उस दिन भी शरणार्थियों और वहां तैनात सुरक्षा गार्ड के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद यह घटना घटी।