यमुना सिटी में बसावट बढ़ाने को यीडा ने बनाया सबसे अधिक आवासीय योजना वाला यह 'खास' प्लान
यमुना सिटी में बसावट बढ़ाने के लिए यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने आवासीय और बीएचएस परियोजनाओं से 2596 करोड़, ग्रुप हाउसिंग से 1642 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।
यमुना प्राधिकरण (यीडा) वर्ष 2024-25 में सबसे बड़ा दाव आवासीय परियोजना पर लगाएगा। इसे लेकर प्राधिकरण ने खाका भी तैयार कर लिया है। यमुना सिटी में बसावट बढ़ाने के लिए प्राधिकरण ने आवासीय और बीएचएस परियोजनाओं से 2596 करोड़, ग्रुप हाउसिंग से 1642 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। वहीं कई योजनाओं को धरातल पर उतारने की तैयारी भी चल रही है।
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल के अंत तक जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी। वहीं, दिसंबर तक शहर में 250 से अधिक औद्योगिक इकइयां शुरू करने का भी लक्ष्य रखा गया है। शहर के औद्योगिक सेक्टर 28, 29, 32, 33 में तेजी से कंपनियों का निर्माण कार्य चल रहा है। वीवो समेत कई बंडी कंपनियों का संचालन शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट शुरू होने के बाद प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी। ऐसे में प्राधिकरण ने वर्ष 2024 और 25 में होने वाले कार्यों के साथ उनसे होने वाली कमाई का चार्ट तैयार किया है। प्राधिकरण को सबसे ज्यादा मुनाफा आवासीय योजनाओं से होगा।
बीते एक माह में प्राधिकरण ने जो भी होटल और ग्रुप हाउसिंग समेत अन्य योजना लॉन्च की है, उनके भूखंड की कीमत 39 प्रतिशत तक ऊंची गई है। अब प्राधिकरण का मुख्य फोकस क्षेत्र में रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के साथ यहां पर बसावट को बढ़ावा देना है। सेक्टर-16, 18, 20, 22डी में हाल ही में आवासीय भूखंड योजना निकाली गई हैं, जिसमें कुछ ही दिनों में दस हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
हर प्लॉट पर डायनमिक बिड लगेगी
यमुना प्राधिकरण ने प्लॉटों की ई-नीलामी की नीति में नया बदलाव करने का निर्णय कर लिया है। अभी तक जैसे अलग अलग प्लॉट पर नीलामी लगती थी, अब ऐसा नहीं होगा। नीलामी की प्रक्रिया अब दूसरे प्लॉट पर तभी जा पाएगी, जब पहले प्लॉट बिक जाएगा। अभी तक होता था कि योजना में यदि चार प्लॉट है तो ई नीलामी के माध्यम से लोग छोटे प्लॉट पर बोली लगाकर उसे खरीद लेते थे, लेकिन बड़े प्लॉट फंस जाते थे।