Hindi Newsएनसीआर न्यूज़YEIDA blueprint for building data centre park and IT park in 100 acres is ready lakhs of people will get jobs and employment

YEIDA का 100 एकड़ में डेटा सेंटर और आईटी पार्क बनाने का खाका तैयार, लाखों को मिलेगा रोजगार

यमुना प्राधिकरण का मानना है कि डेटा सेंटर से ज्यादा आईटी पार्क में निवेश आएगा। सॉफ्टवेयर से जुड़ी अलग अलग श्रेणी में नई कंपनियां शुरू होने से लाखों की संख्या में रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।

Praveen Sharma ग्रेटर नोएडा। हिन्दुस्तान, Wed, 7 Aug 2024 05:59 AM
share Share

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-28 में डेटा सेंटर पार्क के लिए आरक्षित 100 एकड़ क्षेत्रफल में अब आईटी पार्क को भी विकसित किया जाएगा। डेटा सेंटर और आईटी पार्क को 50-50 एकड़ में विकसित करने का खाका तैयार किया गया है। देश में डेटा सेंटर की डिमांड कम होने और नियम और शर्तों के आधार पर आवेदन प्राप्त न होने के कारण यह निर्णय लिया गया।

प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-28 में डेटा सेंटर पार्क को विकसित किया जाना था, इसके लिए 100 एकड़ भूमि आरक्षित की गई थी। प्राधिकरण ने डेटा सेंटर पार्क के लिए स्कीम भी शुरू की, लेकिन शर्तें पूरी न कर पाने के चलते आवेदनों को निरस्त कर दिया गया।

डेटा सेंटर पार्क में निवेश न होने के कारण जानने के लिए प्राधिकरण ने स्टडी भी कराई। डेटा सेंटर पार्क में निवेश को लेकर काफी कम कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई। डेटा सेंटर के लिए जो गाइडलाइन तैयार की गई है, उससे भी उद्यमियों ने हाथ पीछे खींचे। ऐसे में प्राधिकरण ने डेटा सेंटर के क्षेत्रफल में बदलाव करने का निर्णय लिया। कुल 100 एकड़ में अब 50 एकड़ में डेटा सेंटर पार्क और आधे में आईटी पार्क विकसित किया जाएगा। आईटी पार्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), एविएशन और इलेक्ट्रॉनिक से जुड़ी इकाई स्थापित की जाएगी। यहां पर 10-10 हजार वर्गमीटर के 50 प्लॉटों पर योजना निकाली जाएगी।

आईटी में निवेश की अपार संभावना : प्राधिकरण का मानना है कि डेटा सेंटर से ज्यादा आईटी पार्क में निवेश आएगा। सॉफ्टवेयर से जुड़ी अलग अलग श्रेणी में नई कंपनियां शुरू होने से लाखों की संख्या में रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। यमुना विकास प्राधिकरण का मुख्य फोकस क्षेत्र में निवेश के साथ ही रोजगार का सर्जन करना है। जबकि डाटा सेंटर पार्क में सर्वर और डेटा से जुड़ी ही कंपनियां को निवेश की अनुमति होगी।

एविएशन हब से मात्र ढाई किलोमीटर दूर

सेक्टर-28 में विकसित होने वाले आईटी पार्क की दूरी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एविएशन हब से मात्र 2.5 किलोमीटर है। ऐसे में एविएशन से जुड़ी इकाइयों को माल ढुलाई के लिए ज्यादा जद्दोजहद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इलेक्ट्रॉनिक और एआई से जुड़े उत्पादों का भी आसानी से आयात व निर्यात हो सकेगा। इससे समय और धन दोनों की बचत होगी। एयरपोर्ट से होने वाली अन्य कनेक्टिविटी भी काम को आसान बनाएगी।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा, ''डेटा सेंटर पार्क के लिए आरक्षित 100 एकड़ क्षेत्रफल के आधे भाग में अब आईटी पार्क को विकसित किया जाएगा। यह सेक्टर एयरपोर्ट के बेहद करीब है। आईटी पार्क में निवेश की कई संभावना है और रोजगार के नए साधन भी उपलब्ध होंगे।'' 

अगला लेखऐप पर पढ़ें