यमुना एक्सप्रेसवे पर आज से घटी स्पीड लिमिट, फर्राटा भरने से पहले पढ़ लें पूरा नियम
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने हल्के वाहनों के लिए स्पीड लिमिट को 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से घटाकर 80 किलोमीटर प्रतिघंटे और भारी वाहनों की स्पीड लिमिट को 80 से घटाकर 60 किलोमीटर प्रतिघंटे कर दिया है।
सर्दी का मौसम शुरू होने पर कोहरा पड़ने लगता है जिससे सड़कों पर दुर्घटना होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने वाहनों की स्पीड को कम रखने का निर्णय लिया है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने हल्के वाहनों के लिए स्पीड लिमिट को 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से घटाकर 80 किलोमीटर प्रतिघंटे और भारी वाहनों की स्पीड लिमिट को 80 से घटाकर 60 किलोमीटर प्रतिघंटे कर दिया है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी का यह नियम आज, 15 दिसंबर से लागू होकर 15 फरवरी 2023 तक जारी रहेगा। अथॉरिटी ने यह निर्णय कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए किया है। इन नियमों का उल्लंघन करने वालों का 2000 रुपए तक का चालान कटने का प्रावधान किया गया है।
चालान नहीं भरने पर रद्द किया जा सकता है लाइसेंस
यमुना एक्सप्रेसवे पर स्पीड नियमों का उल्लंघन करने पर चालान का प्रावधान है। यदि चालान नहीं भरा जाता है तो आपका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ, अरुण वीर सिंह ने कहा कि,"हमने यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वालों की सुरक्षा के लिए हल्के और भारी वाहनों के लिए स्पीड लिमिट कम करने का निर्णय लिया है, कम स्पीड की वजह से यमुना एक्सप्रेसवे पर चलना पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा"
नींद के कारण होती हैं 45 प्रतिशत दूर्घटनाएं
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के डाटा के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर 45 प्रतिशत से ज्यादा दूर्घटनाएं गाड़ी चलाने वालों के सो जाने के कारण होती हैं। अथॉरिटी के डाटा में ही बताया गया है कि, एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की वजह से 11 प्रतिशत और ओवरस्पीडिंग की वजह से 19 प्रतिशत दूर्घटनाएं होती हैं। अथॉरिटी ने यह भी बताया है कि, एक्सप्रेसवे पर खड़े वाहन भी दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक हैं।
वाहन चालकों को चाय उपलब्ध कराने का आदेश
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने टोल ऑपरेटर्स को टोल पर वाहन चालकों के लिए चाय उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया है। एजेंसी का कहना है कि सभी टोल ऑपरेटर्स टोल पर वाहने चालकों को चाय उपलब्ध कराएं जिससे वहान चलाने के दौरान उन्हें नींद ना आए और दुर्घटना से बचा जा सके।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
यमुना एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीडिंग की निगरानी करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों से ओवर स्पीडिंग का पता चल जाता है और अगले टोल पर पहुंचने पर गाड़ी का चालान किया जा सकता है। एक्सप्रेसवे पर स्पीड के अनुसार अलग-अलग चालान की व्यवस्था है लेकिन सामान्य रूप से यमुना एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीडिंग करने पर 500 रुपये का चालान कटता है।