Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Wildlife Conservation Centre to be built near Jewar Airport in noida

जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा वन्य जीव संरक्षण केंद्र, वन विभाग 6 माह में करेगा तैयार

जेवर एयरपोर्ट के पास 10 हेक्टेयर में पशु बचाव एवं पुर्नवास केंद्र बनाया जाएगा। इसके बनने से इस इलाके के काले हिरण और सारस का संरक्षण हो सकेगा। वन विभाग यह केंद्र छह महीने में तैयार करेगा।

Praveen Sharma ग्रेटर नोएडा। हिन्दुस्तान, Fri, 2 June 2023 12:00 PM
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जेवर एयरपोर्ट के पास 10 हेक्टेयर में पशु बचाव एवं पुर्नवास केंद्र बनाया जाएगा। वन विभाग यह केंद्र छह महीने में तैयार करेगा। इसके साथ ही धनौरी वेटलैंड को भी सुधारा जाएगा। इसके बनने से इस इलाके के काले हिरण और सारस का संरक्षण हो सकेगा।

जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने से पहले वन्य जीव संस्थान देहरादून से एक अध्ययन करवाया गया था। एयरपोर्ट के 10 किलोमीटर क्षेत्र में आने वाले जीव-जंतुओं का संरक्षण कैसे किया जाएगा, इस पर भी रिपोर्ट मांगी गई थी। इस इलाके के वन्यजीवों के संरक्षण की योजना और उनकी संख्या को भी जाना गया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि इस इलाके में काले हिरण और सारस बहुत संख्या में हैं।

एयरपोर्ट निर्माण के चलते इनका पारिस्थितिकी तंत्र बिगड़ेगा। इसके चलते इनके संरक्षण की जरूरत है। वन्य जीव संस्थान देहरादून ने अपनी योजना भी बताई थी और तमाम सुझाव भी दिए थे।

एयरपोर्ट साइट पर घुसते हैं वन्य जीव एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो गया था, लेकिन यह संरक्षण केंद्र नहीं बन पाया था। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी ने शासन को पत्र लिखकर बताया था कि निर्माण के दौरान वन्यजीव आ जाते हैं, जिसके चलते निर्माण में बाधा भी होती है।

इसको लेकर आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने पहली मई के अंक में इस खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित किया था। शासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया। नागरिक उड्डयन विभाग के विशेष सचिव कुमार हर्ष ने जैव विविधता संरक्षण योजना पर अमल करने का आदेश जारी किया है।

नायल देगी निर्माण का पैसा

केंद्र के निर्माण में 4.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि 90 लाख रुपये धनौरी वेटलैंड को सुधारने में खर्च किए जाएंगे। इसमें आने वाले खर्च को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) कंपनी देगी। इस कंपनी में चार हिस्सेदार हैं। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा प्राधिकरण की हिस्सेदारी 37.5-37.5 प्रतिशत और ग्रेनो और यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी 12.5-12.5 प्रतिशत है। इसी के हिसाब से सभी पैसा देंगे।

धनौरी वेटलैंड भी सुधरेगा

इस केंद्र के लिए पांच हेक्टेयर जमीन पहले से वन विभाग के पास मौजूद है। पांच हेक्टेयर जमीन यमुना प्राधिकरण देगा। यह जमीन धनौरी वेटलैंड से लगी हुई है। धनौरी वेटलैंड करीब 112 हेक्टेयर में फैला है। इसको भी सुधारा जाएगा।

सर्वे में 176 सारस और 258 काले हिरण मिले थे

वन्य जीव संस्थान देहरादून की रिपोर्ट में बताया गया था कि एयरपोर्ट साइट में 21 जगहों पर 176 सारस मिले हैं। सबसे अधिक एक जगह 11 सारस देखी गईं। इस इलाके में 258 काले हिरण मिले हैं। इसके साथ ही अन्य वन्य जीवों का संरक्षण जरूरी है।

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