जुनैद-नासिर को कन्हैयालाल की तरह मुआवजा क्यों नहीं, गहलोत से कांग्रेस विधायक ने पूछे सवाल
बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के रहने वाले नासिर ओर जुनैद की हत्या को लेकर एआईएआईएम के प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने भी अशोक गहलोत सरकार से तीखे सवाल किये थे और आरोप लगाए थे।
कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर ने प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर ने नासिर और जुनैद की हत्या पर सरकार की ओर से मुआवजा राशि में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उदयपुर कांड में अलग मुआवजा दिया गया वहीं नासिर-जुनैद हत्याकांड में अलग मुआवजा दिया गया। उन्होंने इस मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है। उनके बयान पर मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने भी कहा कि प्रशासन को इनकी बात सुननी चाहिए।
विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए साफिया जुबेर ने भरतपुर के घाटमिका निवासी नासिर और जुनैद हत्याकांड पर कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति मेरे क्षेत्र मेवात में ही नहीं पूरे देश में खराब है। उन्होंने कहा है कि नासिर और जुनैद को जो घाटमिका के रहने वाले हैं। उनको हरियाणा में ले जाकर मार दिया गया, जहां भाजपा की सरकार है। मुझे लगता है कि यह बहुत ही शर्मनाक घटना है और उसमें मुआवजा भी बहुत कम दिया गया है। मुझे लगता है कि राजस्थान सरकार को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए था। जिस तरीके से उदयपुर में कन्हैया हत्याकांड में दिया गया था। उन्होंने कहा है कि पुलिस को मुस्तैद होना पड़ेगा। नए थाने बन रहे हैं, उनमें लोग ही नहीं है तो कैसे कानून व्यवस्था सुधरेगी?
भरतपुर के घाटमिका गांव के रहने वाले नासिर ओर जुनैद की हत्या को लेकर एआईएआईएम चीफ औवेसी ने भी गहलोत सरकार पर सवाल उठाए थे और कहा था कि सरकार ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड में अलग मुआवजा दिया। जबकि नासिर- जुनैद हत्याकांड में अलग मुआवजा दिया गया। उसमें उन्होंने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया था।
वहीं मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत बेहतर है। साफिया जुबेर के बयान को लेकर कहा है कि मैंने उनका बयान सुना नहीं है। लेकिन अगर वो कोई बात कह रही हैं तो अधिकारियों को उनकी बात सुननी चाहिए। हम भी उनसे बात करेंगे।