पति की लाश के 10 टुकड़े, त्रिलोकपुरी हत्याकांड के एक साल; कहां तक पहुंची छानबीन
Trilokpuri Murder Case: पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी में एक कमरे के फ्लैट में पति की हत्या कर के लाश के 10 टुकड़ों में काटे जाने की वारदात के एक साल बाद कहां तक पहुंची छानबीन? पेश है एक रिपोर्ट...
पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी में 27 नवंबर, 2022 को एक कमरे के फ्लैट में अपने पति की हत्या करने और उसके शरीर को कम से कम 10 टुकड़ों में काटने के आरोप में एक महिला और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने लाश के टुकड़ों को पास के कल्याणपुरी के एक खुले मैदान में फेंकने से पहले, बॉडी के हिस्सों को बोरियों में भर दिया गया था। यही नहीं दोनों ने लाश के टुकड़ों को फ्रीजर में लगभग 48 घंटों तक रखा था। त्रिलोकपुरी में हुए इस भयावह हत्याकांड के एक साल बाद भी जांचकर्ता अभी लाश के एक टुकड़े (धड़) की तलाश कर रहे हैं।
48 वर्षीय पूनम देवी और उनके 25 वर्षीय बेटे दीपक कुमार ने कथित तौर पर 30 मई, 2022 को अंजन दास को पेय में नींद की गोलियां मिला दीं और उनकी हत्या कर दी थी। दोनों ने खून पूरी तरह निकल जाने के लिए लाश को रात भर छोड़ दिया था। बाद में 31 मई को लाश के कम से कम 10 टुकड़े कर दिए थे। फिर दोनों आरोपियों ने लाश के टुकड़ों को फेंकने से पहले दो दिनों तक रेफ्रिजरेटर में रखा था। पुलिस को शव के टुकड़े फेंके जाने के तुरंत बाद मिल गए थे।
दीपक पिछले रिश्ते से पूनम का बेटा था। दोनों को नवंबर में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी दौरान श्रद्धा वाकर हत्याकांड ने देश को झकझोर कर रख दिया था। एक साल बाद भी इस सनसनीखेज हत्याकांड में जांचकर्ताओं को लाश के एक टुकड़े की शिद्दत से तलाश है। जांचकर्ताओं को लाश का धड़ अभी भी नहीं मिला है। मामले से जुड़े एक जांचकर्ता ने कहा- पिछले साल, हमें लाश के टुकड़े प्लास्टिक की थैलियों में भरे हुए मिले थे लेकिन धड़ नहीं मिला था।
जांचकर्ता ने कहा- पूछताछ में पता चला कि पूनम और दीपक ने धड़ को न्यू अशोक नगर के नाले में फेंक दिया था। हमें संदेह है कि घटना के काफी महीने बीत चुके थे। यह धड़ नाले के प्रवाह के साथ बह गया होगा। आरोपियों ने लाश के टुकड़ों को छिपा दिया था या उन्हें दफना दिया था। आखिरकार लाश के टुकड़ों को कुत्तों ने खुले में खींच लिया और बाद में लाश के ये टुकड़े 5 जून को पाए गए थे लेकिन धड़ आज तक बरामद नहीं हो सका है।
आरोपियों ने बतया कि दीपक और उसकी पत्नी (जो पांच महीने की गर्भवती थी) कुछ लेन दूर एक अलग फ्लैट में रहते थे। पत्नी ने दावा किया कि उन्होंने अंजन दास की हत्या इसलिए की क्योंकि वह शराब पीकर बहू के साथ छेड़छाड़ करता था। आरोपियों ने हत्या की दूसरी वजह शराब के लिए पैसों की चोरी को बताया था। आरोपियों का कहना था कि अंजन दास के कई औरतों से संबंध थे। वह आशिक मिजाज किस्म का व्यक्ति था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिस कमरे में अंजन दास की हत्या की गई थी वह लगभग एक साल तक खाली रहा। फ्लैट की मालिकिन 70 वर्षीय लक्ष्मी किराड को पिछले हफ्ते नए किरायेदार मिले हैं। इमारत के भूतल पर रहने वाले किराड परिवार ने कहा- लोग मेरे घर के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे यह भूतिया हो। आरोपियों की गिरफ्तारी के कुछ हफ्ते बाद ही उत्तर प्रदेश के एक जोड़े ने मकान किराए पर ले लिया, लेकिन दो दिन के भीतर ही किसी ने उन्हें इस हत्याकांड के बारे में बताया। फिर जोड़े ने कहना शुरू कर दिया कि वे अंजन की आत्मा को महसूस कर सकते हैं। बाद में एक हफ्ते से भी कम समय में उसने फ्लैट खाली कर दिया।
किराड की 20 वर्षीय बेटी साक्षी ने कहा कि उनके परिवार ने पड़ोसियों से भी अनुरोध किया है कि वे नए किरायेदारों के सामने इस घटना का जिक्र न करें। इस बीच, दीपक की पत्नी अब अपने अलग घर में नहीं रहती है और उसने फोन नंबर भी बदल लिया है। हत्याकांड के कुछ ही दिन बाद उसने फ्लैट खाली कर दिया था। इस हत्याकांड के जांचकर्ताओं को भरोसा है कि वे आरोपियों को उनके किए की सजा दिलाने में सफल होंगे। हमने बिहार से अंजन दास के भाई-बहनों को बुलाया और लाश के टुकड़ों से डीएनए का मिलान कराया। डीएनए का मिलान हो गया है।
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