गाजियाबाद में हवाईअड्डे की तर्ज पर बनेंगे 3 बसपोर्ट, UPSRTC का पीपीपी मॉडल से राज्य के 25 बस डिपो संवारने का प्लान
गाजियाबाद जिले के कौशांबी, साहिबाबाद और पुराना गाजियाबाद बस अड्डे को एयरपोर्ट की तर्ज पर अत्याधुनिक बनाया जाएगा। पीपीई मॉडल पर विकसित बस अड्डों को बसपोर्ट के नाम से जाना जाएगा। इसे और बेहतर करने
गाजियाबाद जिले के कौशांबी, साहिबाबाद और पुराना गाजियाबाद बस अड्डे को एयरपोर्ट की तर्ज पर अत्याधुनिक बनाया जाएगा। पीपीई मॉडल पर विकसित बस अड्डों को बसपोर्ट के नाम से जाना जाएगा। इसे और बेहतर करने के लिए दूसरे राज्यों में पीपीपी मॉडल पर बने बसअड्डों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर प्रदेश के 25 बस डिपो को विकसित करने की योजना बनाई है। इसी क्रम में गाजियाबाद जिले के तीन बस अड्डों को विकसित किया जाएगा। इनमें कौशांबी, साहिबाबाद और पुराना गाजियाबाद बस अड्डा शामिल है। इनमें कैफेटेरिया, चालक-परिचालक को आराम करने के लिए कमरे, अंडर ग्राउंड पार्किंग, वर्कशॉप, एटीएम, दुकानें सहित यात्रियों के लिए आराम करने के कमरे बनेंगे।
दूसरे राज्यों के बस अड्डों का हो रहा निरीक्षण : जनपद में पीपीपी मॉडल पर बस अड्डा बनाने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह दूसरे राज्य में बने बस अड्डों का निरीक्षण भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि अलग-अलग टीमों को आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम भेजा जा रहा है। फरवरी में पंजाब में निरीक्षण के लिए गए थे। अब निरीक्षण के बाद रिपोर्ट मुख्यालय भेजेंगे।
साहिबाबाद डिपो सबसे बड़ा : 17 एकड़ में फैला साहिबाबाद बस अड्डा जनपद में सबसे बड़ा है। साहिबाबाद अड्डे की जमीन पर करीब एक एकड़ में रैपिड रेल का स्टेशन बनाया जा रहा है। इससे दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, सहित आसपास रहने वाले यात्रियों को लाभ होगा। रैपिड रेल से जो लोग साहिबाबाद रैपिड रेल स्टेशन पर उतरेंगे, उन्हें अपने गंतव्य तक जाने के लिए बस आसानी से यहां से मिलेगी। आने वाले तीन वर्षों में यात्रियों के लिहाज से साहिबाबाद सबसे व्यस्त बस अड्डों में शामिल होगा।
75 सीएनजी बसें अगस्त में मिलेंगी
कौशांबी में प्रदूषण पर रोकथाम करने के लिए UPSRTC की तरफ से अगस्त माह में 75 सीएनजी बसें मिल जाएंगी। इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधक और रोडवेज के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक हो रही हैं। मुख्यालय की तरफ से 1150 सीएनजी बसें खरीदी जा रही हैं, जिनमें से 75 सीएनजी बसें गाजियाबाद को मिलेंगी। स्थानीय स्तर से 200 सीएनजी बसों की मांग की गई है। कौशांबी बस डिपो से रोजाना हजारों डीजल बसों का संचालन होता है। बसों के आवाजाही से होने वाले प्रदूषण से आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसकी शिकायत भी की गई थी।