गुड न्यूज : तीन साल में 18 हजार खरीददारों को फ्लैट देगा जेपी इंफ्राटेक
तीन साल में जेपी इंफ्राटेक ने 18 हजार लोगों को फ्लैट देने का दावा किया है। गुरुवार को सेक्टर-128 स्थित जेपी विशटाउन में शेयर होल्डर के साथ जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड की बैठक हुई। इस दौरान यह भी बताया गया...
तीन साल में जेपी इंफ्राटेक ने 18 हजार लोगों को फ्लैट देने का दावा किया है। गुरुवार को सेक्टर-128 स्थित जेपी विशटाउन में शेयर होल्डर के साथ जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड की बैठक हुई। इस दौरान यह भी बताया गया कि दो सालों में करीब छह हजार फ्लैट खरीददारों को दिए गए।
कंपनी के पदाधिकारियों ने कहा कि विपरित परिस्थितियों में भी हम खरीददारों को फ्लैट दे रहे हैं। हमारी स्थिति भी धीरे-धीरे बेहतर हो रही है। अगर खरीददार हम पर भरोसा रखें तो भविष्य में भी बेहतर परिणाम सामने आएंगे। जेपी इंफ्राटेक के अनुसार, पिछले एक साल में 5925 फ्लैट दिए। इनमें 4949 फ्लैटों की रजिस्ट्री भी हो गई है।17756 फ्लैट बचे हैं। फ्लैट खरीददारों की बेहतरी के लिए हम पूरा प्रयास कर रहे हैं। ताकि उन्हें जल्द से जल्द घर मिल सके। मामला सुप्रीम कोर्ट में है, एनसीएलटी ने पिछले तीन साल से आईआरपी अनुज जैन को जेपी इंफ्राटेक की कमान सौंप रखी है।
जेपी विशटाउन होम बायर्स सोसाइटी के उपाध्यक्ष कृष्ण मित्रु ने बताया कि जेपी से हमारी उम्मीदें बढ़ी हैं। दूसरी रियल इस्टेट कंपनियों ने खरीददारों का ध्यान नहीं रखा, लेकिन जेपी इंफ्राटेक ने दो सालों में खरीददारों को फ्लैट देकर सकारात्मक परिणाम दिए ।
टोल की राशि से काम करने की तैयारी : गुरुवार को सेक्टर-128 स्थित जेआईआईटी कॉलेज में हुई एजीएम में जेपी इंफ्राटेक के प्रबंध निदेशक मनोज गौड़ ने बैठक की। उन्होंने कहा कि खरीदारों को फ्लैट देना हमारी जिम्मेदारी है। हम अगले 36 महीने में बचे हुए सभी फ्लैट खरीदारों को घर दे सकते हैं। एजीएम में बताया गया कि 17756 फ्लैट देने के लिए हमें 4600 करोड़ की जरूरत है।
इनमें 3300 करोड़ खरीदारों से आएगा और 1300 करोड़ में 400 करोड़ प्रमोटर लाने को तैयार हैं। इसके अलावा करीब 1000 करोड़ अगले तीन साल में यमुना एक्सप्रेसवे के टोल ब्रिज से आने वाली राशि होगी। 2012 से अब तक टोल से हमारा 24 प्रतिशत रेवेन्यू बढ़ा है। पहले टोल के पैसे का होल्ड बैंक के पास अब सीधे आईआरपी के पास है। इसलिए टोल का पैसा फ्लैट पूरे करने में लगाया जा सकता है।