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टेस्ट में फेल वालों को पास करता था आरटीओ इंस्पेक्टर, इस लूपहोल के जरिए बांटे ड्राइविंग लाइसेंस

दिल्ली के सूरजमल विहार के एक आरटीओ इंस्पेक्टर को दिल्ली परिवहन विभाग ने निलंबित कर दिया है। इंस्पेक्टर ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने वालों को पास कर रहा था। शिकायत पर विभाग ने एक्शन लिया।

Sneha Baluni बृजेश सिंह, नई दिल्लीWed, 25 Oct 2023 06:54 AM
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ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने के बावजूद चालकों को पास कर ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने वाले सूरजमल विहार के एक आरटीओ इंस्पेक्टर को दिल्ली परिवहन विभाग ने निलंबित कर दिया है। वहां के एमएलओ को भी परिवहन विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सूत्रों की मानें तो यह इंस्पेक्टर बीते कई महीने से यह काम कर रहा था।

सूरजमल विहार आरटीओ में ड्राइविंग टेस्ट विश्वास नगर में बने ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक पर होता है। वहां इंस्पेक्टर राजेश वर्मा की निगरानी में यह टेस्ट होता था। परिवहन विभाग को शिकायत मिली थी कि वहां गलत तरीके से लोगों को पास किया जा रहा है। करीब दो से तीन महीने की निगरानी और आंकड़ों के आकलन के बाद पता चला कि वहां पर फेल चालकों को कॉनफ्ल्किट ऑफ रिजल्ट (परिणामों में विरोधाभास) का फायदा देकर पास किया जा रहा था। इसके इस्तेमाल का अधिकार सिर्फ एमएलओ को होता है।

एमएलओ को कारण बताओ नोटिस 

जांच में पता चला कि आम तौर पर दिल्ली में ऑटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट देकर पास होने वालों की संख्या 55-60 फीसदी के बीच होती है, मगर वहां पर पास होने वालों की संख्या 80-85 फीसदी तक पहुंच गई थी। परिवहन विभाग ने जांच के बाद आरोपों को सही पाया। इंस्पेक्टर को निलंबित करने के साथ सूरजमल विहार के एमएलओ सुखदेव को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।

एमएलओ का अधिकार छीना

दिल्ली में 13 ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट हैं, जिनमें 10 मिनट का टेस्ट होता है। इस काम में मैन्युअल हस्तक्षेप बिल्कुल नहीं होता है। कई बार टेस्ट में चालक गाड़ी सही चलाता है, मगर कैमरे में यह ठीक से रिकॉर्ड नहीं होता है। इसके कई कारण हैं, जैसे पक्षी सामने से गुजर गया हो, कोई सामान कैमरे पर आ गया हो या फिर कैमरा हिल गया हो। परिवहन विभाग ने ऐसे मामलों में एमएलओ को कॉनफ्ल्किट ऑफ रिजल्ट का लाभ देकर चालक को पास करने का अधिकार दिया था। सूत्रों ने बताया कि एमएलओ ने अपने इस अधिकार का प्रयोग करने की मंजूरी इंस्पेक्टर को दे दी थी। उसने उसका गलत इस्तेमाल किया।

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