5000 करोड़ का निवेश और हजारों को रोजगार; कार्गो टर्मिनल से NCR में चलेगी विकास की बयार
ग्रेटर नोएडा के दादरी के पास गति शक्ति योजना के तहत कार्गो टर्मिनल विकसित होने से क्षेत्र में पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा। साथ ही 15 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा।
ग्रेटर नोएडा के दादरी के पास गति शक्ति योजना के तहत कार्गो टर्मिनल विकसित होने से क्षेत्र में पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा। साथ ही 15 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा। परियोजना के लिए 260 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है, जो क्षेत्र के पाली और मकौड़ा गांव के पास स्थित है। इस महत्वपूर्ण परियोजना का प्रस्ताव ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड से पास होने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजने की तैयारी चल रही है। साथ ही आम लोगों से सुझाव भी लिया जाएगा।
पीएम गति शक्ति योजना के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र के दादरी के पास कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए 260 एकड़ भूमि उपलब्ध है। प्राधिकरण के मास्टर मास्टर-2021 के अनुसार इसका भू-उपयोग होलसेल ट्रेड, संस्थागत, ट्रांसपोर्ट एवं कृषि है। कार्गो टर्मिनल के लिए यह जगह सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी गई है, क्योंकि दादरी के निकट दिल्ली से मुंबई तक वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रारंभ हो रहा है। ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर की लिंक लाइन भी यहां पर आकर जुड़ रही है। खास बात यह है कि यहां पूर्व में ही 250 एकड़ में अंतराष्ट्रीय स्तर का कंटेनर डिपो तिलता विकसित किया जा चुका है।
प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, गति शक्ति कार्गो टर्मिनल स्थापित होने से यह क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र का मुख्य लॉजिस्टिक हब बन जाएगा। एक्सप्रेसवे और रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से माल भाड़े के आवागमन में सुविधा प्राप्त हो सकेगी। इस परियोजना को लेकर सरकार काफी गंभीर है। उम्मीद है कि शासन से जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी। उसके बाद परियोजना को मूर्तरूप देने का काम किया जाएगा।
लैंड यूज में चेंज करना होगा
कार्गो टर्मिनल के लिए चिन्हित भूमि में मास्टर प्लान-2021 के तीन भू उपयोग होलसेल ट्रेड, रीजनल इंस्टीट्यूट एवं कृषि हैं। योजना के लिए लैंड यूज में कुछ परिवर्तन करना होगा। इस संबंध में प्राधिकरण बोर्ड को अवगत करा दिया गया है।
क्या है कार्गो टर्मिनल
कार्गो टर्मिनल वह स्थान होता है, जहां से सामान को शिपिंग कंटेनरों में पैक किया जाता है। सामान को लोड या अनलोड किया जाता है। इसके बन जाने से सामान को रेलवे से भेजने और मंगाने में आसानी होगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी, ''गति शक्ति कार्गो टर्मिनल का प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी चल रही है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद इस महत्वपूर्ण परियोजना पर तेजी से काम किया जाएगा। इसके लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। परियोजना के पूरा होने पर निवेश आने के साथ रोजगार के भी नए अवसर पैदा होंगे।''