यमुना सिटी में पार्किंग और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की तैयारी
यमुना प्राधिकरण अपने क्षेत्र में आबादी बसने और उद्योग शुरू होने से पहले पार्किंग के इंतजाम में जुट गया है। तीन सेक्टर में बड़े वाहनों की पार्किंग के साथ ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन आवंटित की जाएगी।
यमुना प्राधिकरण अपने क्षेत्र में आबादी बसने और उद्योग शुरू होने से पहले पार्किंग के इंतजाम में जुट गया है। तीन सेक्टर में बड़े वाहनों की पार्किंग के साथ ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन आवंटित की जाएगी। साथ ही, यहां पर अंतरराज्जीय बस अड्डा विकसित किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर सेक्टर-21 में फिल्म सिटी के पास, सेक्टर-33 और सेक्टर-23 सी में विकसित किए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण विशेषज्ञ कंपनी से डीपीआर बनवाएगा। एक महीने में डीपीआर बनने की उम्मीद है।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। वर्ष 2024 में यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। साथ ही, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अब तक करीब 2000 औद्योगिक कंपनियों को जमीन आवंटित की गई है। एक कंपनी में उत्पादन भी शुरू हो गया है। कई कंपनियों ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। अब धीरे-धीरे औद्योगिक इकाइयों के निर्माण में तेजी आएगी। साथ ही, आबादी बसनी शुरू हो जाएगी। इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने बड़े वाहनों की पार्किंग के लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण का प्रयास है कि समय रहते पार्किंग का इंतजाम कर लिया जाए ताकि आने वाले समय में दिक्कत ना आए। इसके लिए तीन सेक्टर में जल्द काम शुरू होगा।
फिल्म सिटी के पास बनेगा ट्रांसपोर्ट हब
सेक्टर 21 में प्रस्तावित फिल्म सिटी के पास 72 हेक्टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जाएगा। फिल्म सिटी बनने के बाद यहां पर वाहनों का आवागमन तेज होगा। फिल्म की शूटिंग के लिए टीम आती है तो तमाम बड़ी गाड़ियां उनके साथ आती हैं। उनको खड़ा करने के लिए जगह भी चाहिए। इसको देखते हुए प्राधिकरण सेक्टर-21 के पास ट्रांसपोर्ट हब विकसित करेगा। इसका फायदा आसपास के सेक्टर को भी मिलेगा।
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-33 में 25 हेक्टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जाएगा। यहां पर ट्रक, लॉजिस्टिक समेत तमाम वाहन खड़े करने की सुविधा मिलेगी। इसके आसपास औद्योगिक सेक्टर हैं। यहां लगने वाली कंपनियों में वाहन आएंगे तो उनके खड़ा करने की दिक्कत नहीं आएगी। इसको देखते हुए यह सेक्टर तय किया गया है। प्राधिकरण का कहना है कि जल्द ही इस दिशा में आगे बढ़ा जाएगा।
सभी जरूरी सुविधाएं विकसित होंगी
ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर में कुछ कामन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। वहां आने वाले वाहन खराब होंगे तो उनके ठीक करने के लिए मैकेनिक की जरूरत पड़ेगी। गैराज और मैकेनिक को भी जगह दी जाएगी। ट्रांसपोर्ट कंपनियों के दफ्तर भी होंगे।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां लगने से पहले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीपीआर बनवाई जाएगी। एक महीने में डीपीआर बन जाएगी।