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दिल्ली में शराब की दुकानों पर भीड़ रोकने को बुलानी पड़ी पुलिस: क्या खत्म होगा शराब पर डिस्काउंट? आपके हर सवाल का जवाब

17 नवंबर 2021 से शुरू हुई नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब के स्टॉक से लेकर बिक्री तक का काम निजी हाथों में चला गया था। सरकार की भूमिका सिर्फ निगरानी और कर वसूली की रह गई थी।

Vishva Gaurav हिंदुस्तान, नई दिल्ली।Sun, 31 July 2022 06:40 AM
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राजधानी दिल्ली में एक अगस्त से सरकारी दुकानों से ही शराब की बिक्री की घोषणा के बाद शनिवार को दुकानों के बाहर भीड़ लग गई। यह भीड़ दिल्ली की सीमा से सटे इलाकों से लेकर सेंट्रल दिल्ली की दुकानों तक में देखी गई। शाम होने तक तो कुछ दुकानों पर इतनी भीड़ बढ़ गई कि पुलिस बुलानी पड़ी।

शराब की दुकानों पर अचानक भीड़ बढ़ने का कारण है कि निजी वेंडरों को अब रविवार तक शराब का स्टॉक खत्म करना होगा, जिसके लिए वे शराब पर विशेष छूट दे रहे हैं। वहीं, ग्राहकों को भी अंदेशा है कि एक अगस्त से शराब पर छूट खत्म हो जाएगी, लिहाजा वे स्टॉक करने में जुट गए हैं।

बता दें, 17 नवंबर 2021 से शुरू हुई नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब के स्टॉक से लेकर बिक्री तक का काम निजी हाथों में चला गया था। सरकार की भूमिका सिर्फ निगरानी और कर वसूली की रह गई थी। लेकिन, नीति में तमाम खामियों का हवाला देकर एलजी के सीबीआई जांच की सिफारिश करने के बाद अब सरकार ने फिर से पुरानी व्यवस्था लागू कर दी है। यानी एक अगस्त से सिर्फ सरकारी दुकानों से शराब की बिक्री होगी।

सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्यादा मारामारी
शराब की दुकानों पर सबसे अधिक भीड़ बॉर्डर से सटे इलाकों में दिखी। छतरपुर, रोहिणी, बदरपुर, द्वारका, आनंद विहार समेत अन्य इलाकों में ज्यादा लोग शराब खरीदने के लिए पहुंचे। शाम होने तक ग्राहकों की भीड़ बढ़ती गई। शुरुआत में 40-50 शराब की दुकानों ने ही शराब की बिक्री पर ऑफर शुरू किया लेकिन शाम तक लगभग सभी दुकानों ने छूट देनी शुरू कर दी।

आज ज्यादा भीड़ की संभावना
निजी वेंडरों को रविवार आधी रात तक पूरा स्टॉक खत्म करना होगा। ऐसे में वे विशेष छूट देकर बिक्री तेज करेंगे, जिससे इन दुकानों पर अधिक भीड़ होने की संभावना है।

सवाल : क्या शराब की बिक्री पर एक अगस्त के बाद भी छूट जारी रहेगी?
जवाब :
नई शराब की नई नीति के अनुसार छूट देना वेंडर के हाथ में था, लेकिन अब इस पर राज्य सरकार फैसला लेगी। सामान्य तौर पर वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले कुछ दिन छूट मिलती थी, लेकिन अब यह संभावना बेहद कम है। अभी तक वेंडर एक बार लाइसेंस फीस भर देते थे, जिसके बाद छूट देने का अधिकार उनके हाथ में था।

सवाल : एक अगस्त से कितनी दुकानें संचालित होंगी? क्या आसानी से शराब उपलब्ध होगी?
जवाब :
नए फैसले के बाद अब सरकार ही दुकानों को संचालित करेगी। मौजूदा समय में निजी वेंडर 468 दुकानें चल रहे हैं। ऐसे में मौजूदा सभी दुकानों को चलाने में परेशानी होगी। शुरुआत के दिनों में शराब की दुकानों की संख्या कम हो सकती है लेकिन सरकार कोशिश में है कि ज्यादा से ज्यादा दुकानें संचालित हों।

सवाल : क्या शराब की कीमतें बढ़ जाएंगी ? दिल्ली से सटे राज्यों के मुकाबले अधिक होगी या कम?
जवाब :
सामान्य तौर पर सरकार कीमतों का निर्धारण पड़ोसी राज्यों को ध्यान में रखकर कर करती है। वहां के हिसाब से बिक्री बढ़ाने के लिए थोड़ी कम कीमत रखी जाती है। इसलिए अभी कीमत पड़ोसी राज्यों से कम रहने की संभावना है, लेकिन इतनी सस्ती (जितनी नई नीति के तहत मिल रही थी) मिलने की संभावना कम है।

सवाल : क्या मौजूदा निजी दुकानों का स्थान बदल जाएगा ?
जवाब :
कुछ जगहों पर सरकार कोशिश में हैं कि शुरूआत में जहां पर निजी दुकानें चल रही हैं, वहीं से शराब की बिक्री शुरू की जाए। बाकी कुछ दुकानों का स्थान बदल सकता है। क्योंकि सरकार की तरफ से चार विभाग शराब की बिक्री के लिए दुकान चलाते हैं वो अपनी दुकानों में शराब की बिक्री शुरू करने की तैयारी में हैं।

भीड़ के दो बड़े कारण
1. लोगों को अंदेशा है कि एक अप्रैल से राजधानी में सस्ती दर व छूट के साथ शराब शायद ही मिले, क्योंकि सरकारी दुकानों में शराब बिक्री की दर और छूट का निर्णय सरकार की सहमति से ही संभव होगा।
2. दिल्ली के 31 जोन में 468 दुकान चला रहे वेंडरों के सामने 31 जुलाई की आधी रात तक शराब का सारा स्टॉक खत्म करने की चुनौती है, ऐसे में उन्होंने छूट बढ़ा दी है, जिससे भीड़ उमड़ रही है।

कुछ दिनों तक हो सकती है दिक्कत
नई आबकारी नीति खत्म होने के बाद शुरुआती कुछ दिनों तक शराब की आपूर्ति से लेकर बिक्री तक में कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। हालांकि आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि कई दुकानें मौजूदा शराब की दुकानों के अंदर ही चलाने की तैयारी है। इसे लेकर दुकान मालिकों के साथ सहमति बन चुकी है।

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