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Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Pakistani handler trapped Faridabad man by giving him small tasks then prepared him for commit suicide

PAK के हैंडलर ने फरीदाबाद के युवक को छोटे टास्क देकर फंसाया, फिर ऐसे सुसाइड के लिए किया तैयार

साइबर सुरक्षा के जानकार इसे वारदात करने का नया तरीका बता रहे हैं। उनका कहना है कि सक्रिय साइबर जालसाज लोगों को सुसाइड टास्क देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का भी इस्तेमाल करते होंगे।

Praveen Sharma फरीदाबाद। हिन्दुस्तान, Sun, 9 June 2024 03:33 AM
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पाकिस्तान के मोबाइल नंबर से फरीदाबाद के युवक को वॉट्सऐप चैटिंग पर पहले छोटे-छोटे टास्क दिए गए। जैसे-जैसे टास्क पूरे होते गए उसे आगे का काम सौंपा गया। आखिर में आत्महत्या का टास्क देकर उसे खुदकुशी के लिए मजबूर किया गया। हरियाणा के फरीदाबाद में शनिवार तड़के हुई इस वारदात की बात सुनकर सभी स्तब्ध हैं। इस वारदात को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। स्थानीय लोग और साइबर सुरक्षा के जानकार इसे वारदात करने का नया तरीका बता रहे हैं। उनका कहना है कि सक्रिय साइबर जालसाज लोगों को सुसाइड टास्क देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का भी इस्तेमाल करते होंगे।

पाकिस्तान के नंबर से की जा रही थी चैट

जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के नंबर से टास्क पाकर आत्महत्या करने वाला युवक अरुण बीते कई महीनों से वॉट्सऐप चैट करता था। शुरुआत में उसे वॉट्सऐप पर ही छोटे-छोटे टास्क दिए जा रहे थे। टास्क पूरा करने के बाद वह खुद ही उसका वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर भेजता था। उसे काफी दिनों तक झांसा दिया गया। पूरी तरह से आरोपियों के झांसे में आने के बाद उसे वॉट्सऐप पर ही आत्महत्या करने के लिए सुसाइड टास्क दिया गया। उसमें उसे आत्महत्या कैसे की जाती है, उसके तरीके भी बताए गए। परिजनों का कहना है कि अरुण के मोबाइल फोन में डाउनलोड वॉट्सऐप पर पाकिस्तान संभावित नंबर से किए चैटिंग में इस तरह के कई संदेश थे।

एक मैसेज में अरुण दरवाजे की कुंडी में रस्सी बांधकर आत्महत्या करने की बातें लिखता है, इसके बाद उधर से पांव के नीचे से तकिया हटाने की बातें कही जाती है। चैटिंग में कहानुसार उसने किया, जिसमें उसकी मौत हो गई।

परिजनों को नहीं थी चैटिंग करने की जानकारी

परिजनों ने बताया कि अरुण वॉट्सऐप पर किससे बातें करता था, इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी। कभी वह इस बाबत जानकारी जुटाने जरूरत भी नहीं पड़ी। वह अक्सर वॉट्सऐप कॉलिंग कर बातें करता था। शुक्रवार रात करीब 11 बजे ड्यूटी से आने के बाद वह करीब ढाई-तीन बजे तक किसी से वॉट्सऐप पर चैट और कॉलिंग कर बातें की। अधिकांश वॉट्सऐप चैट डिलिट हैं।

अधिकांश मैसेज डिलीट

परिजनों ने बताया कि बीती रात हुए व्हाट्सऐप पर पहले के चैट अरुण के मोबाइल से डिलीट पाए गए हैं। केवल शुक्रवार-शनिवार रात की गई चैटिंग ही मोबाइल फोन में सुरक्षित थी। पुलिस द्वारा सभी चैटिंग की जांच कर रही है। साइबर टीम की मदद से डिलीट चैटिंग को रिकवर करने का प्रयास कर किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।

पायजामे के नाड़े को दरवाजे के कुंडी में बांधकर फंदा लगाया

परिजनों ने बताया कि अरुण को व्हाट्सऐप पर कोई टास्क दिया गया था, जिसमें अरुण को फंदा लगाना था। अरुण उस टास्क को पूरा करने के लिए खुद कमरे के दरवाजे की कुंडी से पजामे का नाड़ा बांधकर उसे गले में बांध लिया। मोबाइल चैटिंग के अनुसार दूसरी तरफ से मैसेज आया कि पैर के नीचे से तकिया हटाकर फंदा लगाओ। उसके बाद अरुण ने पांव के नीचे से तकिया हटाया।

वीडियो भी बनवाता था

जानकारी के अनुसार, आरोपी टास्क देकर उसका वीडियो भी बनवाता था और उसे पोस्ट करने के लिए कहता था। पुलिस को आशंका है आरोपी इंटरनेट मीडिया पर उसे अपलोड कर व्यूअर्स बढ़ाने और पैसे कमाने के लिए वीडियो बनवाता होगा।

क्रिकेट खेलने का शौकीन था अरुण

परिजन और जानकारों ने बताया कि अरुण क्रिकेट खेलने का शौकीन था। वह क्रिकेट का अच्छा खिलाड़ी भी था। एक परिजन ने बताया कि शुक्रवार रात भी अरूण उसे कॉल कर सुबह क्रकेट खेलने के लिए चलने की बातें बताया। वह अक्सर क्रिकेट मैच खेलता था। वह काफी मिलनसार और हंसमुख था। वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहता था। वह परिवार का अकेला कमाने वाला था। अरूण के पिता की मौत काफी पहले हो चुकी है।

कारणों की जांच कर रही पुलिस टीम

सूत्रों की मानें तो पुलिस को आशंका है कि मृतक इंटरनेट मीडिया के अज्ञात वेब भी इस्तेमाल करता होगा। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में है कि आरोपियों द्वारा किस मद में टास्क दिया जा रहा था। बताया जा रहा है कि टास्क पूरा करने पर मृतक को पैसे नहीं मिल रहे थे।

सावधानी बरतें

पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि साइबर ठग जालसाजी के तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। वह सुसाइड टास्क देकर भी आत्महत्या करने के लिए उकसा सकते हैं। ऐसे में किसी अनजान नंबर से आए मैसेज या चैटिंग की शिकायत डायल-1930 पर कर सकते हैं। भड़काऊ चैटिंग से बचें।­

डीसीपी एनआईटी कुलदीप सिंह ने बताया कि अभी यह कहना उचित नहीं कि अरुण को पाकिस्तान से ही व्हाट्सऐप पर टास्क दिया गया था। मोबाइल नंबर की जांच की जा रही है। आर्टिफिशियल नंबर भी हो सकता है। सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। 

 

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