दिल्ली में कोरोना के 13 नए केस, JN.1 वैरिएंट से किसको ज्यादा खतरा? ध्यान से बरतें ये सावधानियां
दिल्ली कोरोना पोर्टल के मुताबिक, अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बिस्तरों में से नौ बिस्तर भरे हुए हैं। इनमें कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीज हैं। तीन मरीजों का एम्स में उपचार चल रहा है।
Coronavirus in Delhi: दिल्ली में कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट 'जेएन.1' से एक शख्स संक्रमित पाया गया। वहीं राजधानी में गुरुवार को कोरोना संक्रमित 13 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। शुक्रवार को एक कोरोना मरीज के ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गई है।
फ्लू, बुखार जैसे लक्षण वाले मरीजों की होगी जांच
दिल्ली कोरोना पोर्टल के मुताबिक, राजधानी के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बिस्तरों में से नौ बिस्तर भरे हुए हैं। इनमें कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीज हैं। तीन मरीजों का एम्स में उपचार चल रहा है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में जांच बढ़ाने का फैसला किया गया है। अस्पतालों में सांस में संक्रमण वाले मरीजों, बुखार और बुखार के साथ पिछले 10 दिनों तक खांसी के साथ आ रहे मरीजों की जांच की जाएगी।
नए वैरिएंट से किसको ज्यादा खतरा?
एम्स के डॉक्टर सौरभ मित्तल ने बताया कि वायरस का नया वैरिएंट पहले से टीका ले चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। हालांकि टीका वाले लोगों में अपेक्षाकृत लक्षण कम गंभीर होंगे। एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर नीरज निश्चल ने कहा कि पहले से बीमार लोग, बुजुर्ग और बच्चों को मास्क लगाना चाहिए।
बरतें ये सावधानियां
दिल्ली और आसपास के शहर नए साल के जश्न की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए एक्सपर्ट ने कुछ जरूरी सलाह दी हैं। बुजुर्गों को भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से मना किया गया है। वहीं बीमार लोगों को भी पब्लिक प्लेस पर मास्क लगाकर जाने की सलाह दी गई है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है, जो लोग पहले से बीमार हैं उन्हें बगैर मास्क के बाहर न जाने की सलाह दी गई है। यहां क्लिक कर पढ़िए यह पूरी खबर...