30 गांव के लोगों की महापंचायत में ऐलान, मानेसर निगम चुनाव का करेंगे बहिष्कार; इस वजह से ये घोषणा
महापंचायत में मानेसर नगर निगम चुनाव 30 गांव के लोगों के प्रतिनिधियों ने ऐलान किया कि चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। इसकी वजह सरकार की किसानों के प्रति पॉलिसी बताई गई है।
मानेसर नगर निगम क्षेत्र के 30 गांव के लोगों ने रविवार को पंचगांव में महापंचायत का आयोजन किया। इसमें ग्रामीणों ने फैसला लिया कि जब तक सरकार मानेसर के किसानों के साथ न्याय नहीं करती है तब तक मानेसर एरिया के 30 गांव में नगर निगम के चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा और इस बहिष्कार के दौरान ना तो कोई मेयर का चुनाव लड़ेगा और ना ही पार्षद का।
बहिष्कार के दौरान किसी भी तरह का कोई चुनाव प्रचार भी ग्रामीण नहीं करेंगे। महापंचायत ने इस फैसले को रविवार से ही लागू कर दिया है। सभी गांव की मांग है कि सरकार मानेसर नगर निगम को भंग करके फिर से पंचायत व्यवस्था लागू करें।
किसान नेता प्रेमपाल फौजी ने कहा कि यह सरकार किसानों के साथ सिर्फ छलावा करने का काम कर रही है। 1128 एकड़ के जमींदारों को कुछ नहीं मिला, 1810 एकड़ अधिग्रहण मामले में सरकार ने नो लिटिगेशन पालिसी तो बना दी लेकिन सरकार में बैठे अधिकारियों ने इस पॉलिसी में सेक्शन 4 का हवाला देकर किसानों को किसी काम का नहीं छोड़ा। किसान नेता मोती लाल ने बताया कि सेक्शन 4 के तहत जिन किसानों ने 2011 के बाद जमीन खरीद-फरोख्त की है उन किसानों को इस पॉलिसी का लाभ सरकार नहीं देगी। जबकि सरकार ने सेक्शन 9 के तहत सभी किसानों को लाभ देने की बात की है। इसके बावजूद किसान धक्के खाने को मजबूर है।
अब इस पॉलिसी से मात्र 20 प्रतिशत किसानों को ही लाभ मिलेगा। जबकि 80 प्रतिशत किसान इस पॉलिसी का लाभ नहीं ले पाएंगे, जिसके चलते किसान अब एकजुट हो रहे हैं और निगम चुनाव का विरोध करेंगे। साथ ही विरोध तब तक करेंगे जब तक नो लिटिगेशन पॉलिसी सभी किसानों पर एक समान लागू नहीं होती।