कोरोना वायरस : संक्रमण के डर से 20 लाख की आबादी के सामने उत्पन्न हुआ रोजी-रोटी का संकट
हरियाणा में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट बने जिला पलवल और नूंह में करीब 20 लाख की आबादी संकट में आ गई है। लॉकडाउन के चलते एक ओर जहां रोजी-रोटी का बंदोबस्त करना बेहद मुश्किल हो रहा है, वहीं दूसरी इन...
हरियाणा में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट बने जिला पलवल और नूंह में करीब 20 लाख की आबादी संकट में आ गई है। लॉकडाउन के चलते एक ओर जहां रोजी-रोटी का बंदोबस्त करना बेहद मुश्किल हो रहा है, वहीं दूसरी इन इलाकों में तेजी से फैलते संक्रमण के चलते लोग दहशत में हैं। मंगलवार को हर जगह इस महामारी से डरे हुए मगर सतर्क भी दिखे।
हुंचपुरी गांव से बनाई दूरी : जिला पलवल के गांव हुंचपुरी में बांग्लादेशी तबलीगी जमात के लोगों में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद से आसपास के गांववालों से इस गांव से दूरी बना ली है। फसल काटने के लिए खेत पर जा रहे अकरम और सलीम ने बताया कि पड़ोसी गांव के लोगों ने गांव में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। उनके खेत दूसरे गांव की सीमा में हैं। इन दिनों फसलों की कटाई हो रही है। इस दौरान जब पानी की जरूरत होती है तो अपने ही गांव जाना पड़ता है।
जमातियों से बढ़ी परेशानी
कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों की वजह से जिला पलवल ओर नूंह में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हथीन में दुकानदार शौकीन का कहना है कि इसका असर दुकानदारी पर पड़ रहा है।
उजीना में 35 गांवों के लिए रास्ते बंद
जिला नूंह के गांव रायपुरी के महबूब राशन, दवा आदि जैसी जरुरतों के लिए उजीना के बाजार जाते थे। उन्होंने बताया कि उजीना के बाजार में जाने की अनुमति नहीं है। कोरोना के मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के बाद घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उजीना गांव के गेट पर लाठी लेकर बैठे विकास ने बताया कि सरपंच के आदेश पर गांव में किसी को अंदर नही जाने दिया जा रहा है। सिर्फ दवा के लिए कोई जा सकता है।
दो वक्त की रोटी की इंतजाम करना भी मुश्किल
कोरोना की वजह से जिला पलवल के उपमंडल हथीन ओर जिला नूंह के करीब बीस लाख लोग आर्थिक संकट में फंस गए हैं। नूंह में कंप्यूटर सेंटर चलाने वाले आरिफ का कहना है कि नूंह में खेती, पशुपालन और ड्राइविंग मुख्य पेशा है। कोरोना की वजह से सभी पर असर पड़ रहा है। ट्रक ड्राइवर सलीम ने बताया की उन्होंने एक ट्रक किस्तों पर लिया था, लेकिन अब घर पर ही हैं। दो वक्त की रोटी का बंदोबस्त की चिंता रहती है।