अवैध खनन मामले में ईडी का ऐक्शन, कांग्रेस विधायक समेत अन्य की 122 करोड़ की संपत्ति जब्त
ईडी ने हरियाणा कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार, पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह समेत कुछ अन्य की लगभग 122 करोड़ रुपये की संपत्तियां कथित अवैध खनन मामले में जब्त कर ली है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
ईडी ने कथित अवैध खनन मामले में हरियाणा कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार, पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह समेत कुछ अन्य के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने इस मामले में आरोपियों की लगभग 122 करोड़ रुपये की अन्य अचल संपत्तियां जब्त कर ली है। ईडी ने कहा कि ये संपत्तियां ऐसे लोगों और संस्थाओं के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, जो दिलबाग सिंह और सुरेन्द्र पंवार द्वारा प्रबंधित सिंडिकेट चलाकर यमुना नगर और कुछ आस-पास के जिलों में बड़े पैमाने पर रेत और बजरी का अवैध खनन करते थे।
हाल ही में ईडी ने इस मामले में सोनीपत विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार और पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह के ठिकानों पर छापा मार कर उन्हें गिरफ्तार किया था। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी की ओर से जब्त की गई 145 अचल संपत्तियों में 100 एकड़ से अधिक कृषि भूमि, कुछ वाणिज्यिक भूखंड और इमारतें शामिल हैं। इनकी कीमत लगभग 122 करोड़ रुपये है। ये संपत्तियां गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल, यमुनानगर, चंडीगढ़, पंचकूला और पंजाब और हरियाणा के अन्य जिलों में स्थित हैं।
बताया जाता है कि ये संपत्तियां सुरेन्द्र पंवार, दिलबाग सिंह, इंद्रपाल सिंह, मनोज वाधवा, कुलविंदर सिंह (पीएस बिल्डटेक), अंगद सिंह मक्कड़ और भूपिंदर सिंह की हैं। ईडी ने इन संपत्तियों को अटैच करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक आदेश जारी किया। मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला हरियाणा पुलिस की ओर से यमुना नगर में अवैध खनन से संबंधित विभिन्न खनन पट्टाधारक कंपनियों और अन्य के खिलाफ दर्ज कई एफआईआर से उपजा है।
हरियाणा पुलिस ने जिन पर मामला दर्ज किया है उनमें मुबारिकपुर रॉयल्टी कंपनी, डेवलपमेंट स्ट्रैटेजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली रॉयल्टी कंपनी, जेएसएम फूड्स प्राइवेट लिमिटेड और पीएस बिल्डटेक के अलावा विभिन्न स्क्रीनिंग प्लांट, स्टोन क्रशर और संबंधित व्यक्ति शामिल हैं। ED ने कहा कि उसका अनुमान है कि इस अवैध खनन से 300 करोड़ रुपये से अधिक की आपराधिक आय अर्जित की गई। यमुनानगर जिले के इन पांच खनन ठेकेदारों द्वारा अवैध खनन और लघु खनिजों की बिक्री का कार्य किया गया।