गुरुग्राम में ऑटो चालक की अपहरण के बाद सनसनीखेज हत्या, मर्डर से पहले किया टॉर्चर
गुरुग्राम में सोहना में अज्ञात आरोपियों ने 27 वर्षीय ऑटो चालक की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। मृतक की पहचान रायसीना गांव निवासी कुलदीप के रूप में हुई है। पुलिस ने हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है।
गुरुग्राम में सोहना में अज्ञात आरोपियों ने 27 वर्षीय ऑटो चालक की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। मृतक की पहचान रायसीना गांव निवासी कुलदीप के रूप में हुई है। हत्यारों ने हत्या करने के बाद शव को जीडी गोयनका सिग्नेचर स्कूल के पीछे जाने वाले कच्चे रास्ते के पास मंगलवार तड़के 2 बजे शहर थाना सोहना पुलिस को मिला। मौके पर सुबह 3 बजे पहुंचे ऑटो चालक के परिजनों ने कुलदीप के रूप में शव की पहचान की। पुलिस ने शव की पहचान होने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल सोहना में रखवा दिया है। मृतक के दोनों हाथ पीछे की तरफ बंधे हुए थे। शरीर पर लोहे की रॉड से चोट के निशान मिले हैं।
मृतक कुलदीप रोजाना की तरह से सोमवार को भी सुबह 7 बजे अपने गांव से सोहना के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को स्कूल लेकर आया था। लड़कियों को स्कूल में छोड़ने के बाद कुलदीप गुरुग्राम-सोहना रूट पर ऑटो चलाने आ गया था। कथित तौर पर इस दौरान जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-3 के पास बाइक सवार दो से तीन अज्ञात युवकों के साथ उसका झगड़ा हुआ था। जहां से हमलावरो ने कुलदीप का अपहरण करते हुए गाड़ी में डालकर लेकर गए। मृतक के फोन की लास्ट लोकेशन दमदमा मार्ग पर बनी जीएलएस सोसाइटी में अंदर जाने तक की मिली है। मृतक की मां शकुंतला का कहना है कि हत्यारोपियों ने कुलदीप के मोबाइल से सोमवार दोपहर 2 बजे उसके पास फोन किया था, लेकिन उन्होंने कुलदीप का ही नंबर होने की पूछने के बाद काट दिया और उसके बाद पूरे दिन कुलदीप का मोबाइल नंबर बंद रहा।
रविवार को मृतक के घर पहुंची थी गाड़ी
मृतक कुलदीप के ताऊ गोपाल राव ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े 8 बजे सेंट्रो गाड़ी में सवार दो नौजवान युवक उनके घर के पास आए थे। गाड़ी चालक ने उससे कुलदीप का मकान पूछा और पूछने के बाद गाड़ी को तेजी से भगाकर ले गए थे। गोपाल राव ने कार सवार दो युवकों पर हत्या का करने की आशंका जताई है। पुलिस ने कुलदीप के मकान के पास लगा अन्य मकान के पर सीसीटीवी कैमरे से फुटेज लेने के बाद गाड़ी मालिक की पहचान में जुट गई है।
चार बहनों का इकलौता भाई
कुलदीप चार बहनों का अकेला भाई था। उसके पिता की कई वर्ष पहले मौत हो जाने के बाद अकेला ही परिवार को संभाल रहा था। परिजन अभी कुलदीप की शादी की योजना बना रहे थे। जल्द की कुलदीप की शादी भी होने वाली थी, जिसके लिए लड़की तलाश की जा रही थी।
पुलिस है मौन
इस अपहरण और हत्या के मामले में शहर थाना पुलिस अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार अपराध शाखा पांच समेत शहर थाना प्रभारी, एसीपी आदि कुलदीप के हत्या का राज जानने के लिए जुटे हैं।