गन लाइसेंस पाने के लिए धरने पर बैठी गैंगरेप पीड़िता, 12वीं क्लास में किया था टॉप
पीड़िता का आरोप है कि मामला अदालत में होने के बावजूद उसे व उसके परिजनों को आरोपी पक्ष की ओर से धमकियां मिल रही हैं। उसने प्रशासन से गन लाइसेंस की मांग की थी, लेकिन उसे लाइसेंस नहीं दिया गया है।
हरियाणा के रेवाड़ी में बाहरवीं कक्षा में टॉप करने वाली गैंगरेप पीड़िता को अपनी सुरक्षा के लिए बीते दस दिनों से धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है। सोमवार को पीड़िता की तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टर की टीम धरना स्थल पर पहुंचकर उसका इलाज किया। अब तबीयत में सुधार है। पीड़िता का आरोप है कि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। ऐसे में उसे अपनी सुरक्षा के लिए गन लाइसेंस दिया जाए।
पीड़िता का आरोप है कि मामला अदालत में होने के बावजूद उसे व उसके परिजनों को आरोपी पक्ष की ओर से धमकियां मिल रही हैं। उसने प्रशासन से गन लाइसेंस की मांग की थी। उसने सभी औपचारिकताओं को पूरा भी कर दिया था, लेकिन उसे लाइसेंस नहीं दिया गया है।
युवती का आरोप है कि वह लाइसेंस के लिए दफ्तर के लगातार चक्कर काट रही है। 15 अप्रैल को एक सप्ताह में लाइसेंस जारी करने का आश्वासन दिया गया था। मजबूरी में उसे जिला सचिवालय स्थित डीसी कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठना पड़ा।
तीन युवकों ने किया था गैंगरेप
सितंबर 2018 में जिले के एक गांव की छात्रा के साथ गांव के ही तीन युवकों ने गैंगरेप किया था। प्रशासन की ओर से पीड़िता व उसके परिजनों को सुरक्षा भी उपलब्ध कराई गई थी। राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से भी सरकार को उसे सुरक्षा देने के निर्देश जारी किए गए थे। 29 अक्टूबर 2021 को जिला अदालत ने तीन दोषियों को सजा सुनाई थी, जबकि पांच आरोपियों को बरी कर दिया था।