NCR के विकास को और रफ्तार देगा मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, 2 साल में होगा तैयार
यह मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क हवाई मार्ग, सड़क मार्ग और रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। यह इलाका जेवर एयरपोर्ट से लगा हुआ है। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे होने से इसकी कनेक्टिविटी बहुत बेहतर है।
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे टप्पल में प्रदेश का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क दो वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। इसकी विकासकर्ता कंपनी के चयन के लिए सोमवार को टेंडर निकाले जाएंगे। यमुना प्राधिकरण को इस परियोजना से हर साल 10 करोड़ रुपये की लाइसेंस फीस मिलेगी।
यमुना प्राधिकरण ने टप्पल अर्बन सेंटर में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाने के लिए डीपीआर विशेषज्ञ कंपनी डिलाइट से तैयार करवाई थी। इस डीपीआर के आधार पर रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) और अनुबंध पत्र तैयार कराए गए। लखनऊ में 25 जनवरी को हुई बैठक में पीपीपी बिड वैल्यूएशन कमेटी ने आरएफपी और अनुबंध पत्र पर अपनी मुहर लगा दी थी। अब सोमवार को यमुना प्राधिकरण टेंडर निकालेगा। टेंडर के आधार पर विकासकर्ता कंपनी का चयन किया जाएगा। यह मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क हवाई मार्ग, सड़क मार्ग और रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। यह इलाका जेवर एयरपोर्ट से लगा हुआ है।
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे है, इसलिए इसकी कनेक्टिविटी बहुत बेहतर है। यह क्षेत्र दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से यह इलाका टच करता है। मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क परियोजना 950 हेक्टेयर में पूरी होगी। तीन चरणों में बनने वाली इस परियोजना का पहला चरण 200 हेक्टेयर में मूर्त रूप लेगा। इस परियोजना पर 3500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
ग्रेटर नोएडा में भी पार्क का निर्माण प्रस्तावित
ग्रेटर नोएडा में डीएमआईसी परियोजना के तहत मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किया जाना है। इसके लिए जमीन खरीदी जा चुकी है। अभी इसके टेंडर नहीं निकाले गए हैं। यह परियोजना केंद्र सरकार की निगरानी में विकसित होगी। यह पार्क भी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के नजदीक है। केंद्र सरकार देशभर में 35 लॉजिस्टिक पार्क विकसित कर रही है।