ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान, 10 जून को जेवर टोल फ्री कराने का ऐलान
किसान नेता चौधरी महेंद्र मुखिया ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। पिछले कई वर्षों से इन मांगों को उठाया जा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। किसान अतिरिक्त मुआवजे, आबादी भूखंड और लीजबैक आदि की मांग पूरी करने की गुहार लगा रहे हैं। ऐच्छर किसान संघर्ष समिति ने भी इस धरने को समर्थन दिया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भाकियू अराजनैतिक के नेतृत्व में बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और निजी गाड़ियों में सवार होकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। उन्होंने प्राधिकरण गेट के सामने महापंचायत कर किसानों की समस्याओं का निस्तारण न होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रखने का ऐलान किया।
किसान महापंचायत में पुश्तैनी और गैर पुश्तैनी का भेद खत्म करने, आबादी भूखंड, जमीन अधिग्रहण से प्रभावित सभी किसानों को 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा, लीजबैक और रोजगार सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
संगठन के जिलाध्यक्ष चौधरी महेंद्र मुखिया ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। पिछले कई वर्षों से इन मांगों को उठाया जा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तब समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
रास्ते टोल मुक्त कराने का ऐलान
वहीं, भारतीय किसान परिषद ने जेवर, सिकंद्राबाद और छिजारसी टोल का घेराव कर उसको किसानों के लिए टोल फ्री कराने का निर्णय लिया है। किसान 10 जून को दोपहर 12 बजे जेवर टोल पहुंच विरोध दर्ज कराएंगे। किसानों ने शुक्रवार को एक अन्य मामले में प्राधिकरण और पुलिस अधिकारियों से मिलकर सोरखा में हुई कार्रवाई का विरोध किया है। सोरखा के खसरा नंबर 819 पर किसान और ओम शांति ओम ट्रस्ट के बीच विवाद चल रहा है।
किसान का कहना है कि उसने ओम शांति ओम ट्रस्ट को केवल एक बीघा जमीन बेची थी और इस ट्रस्ट ने जबर्दस्ती 2 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया। बगल में 500 गज जमीन पर फिर कब्जा करने की फिराक में है। किसानों ने एक सप्ताह पहले प्राधिकरण की तोड़फोड़ की कार्रवाई का विरोध किया था। इस मामले में पुलिस और प्राधिकरण की तरफ से किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
भारतीय किसान परिषद के संयोजक सुखबीर खलीफा ने किसानों के साथ मिलकर डीसीपी विद्या सागर मिश्र से इस मामले में मुलाकात की। इसके बाद प्राधिकरण के सीईओ और एसीईओ से भी मिल प्राधिकरण की कार्रवाई का विरोध किया। अधिकारियों ने जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया।