घिसी-पिटी बात, कोई नया सबूत नहीं; जेल में रखना चाहती है, ED की चार्जशीट पर AAP का जवाब
आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि ईडी की नीयत में खोट है। AAP ने कहा है कि ईडी का मकसद आप नेताओं को जेल में रखा है। आप नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईडी की चार्जशीट पर जवाब दिया है।
दिल्ली के कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में अदालत में दायर अपनी चार्जशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा AAP को भी आरोपी बनाया है। अब ईडी की चार्जशीट पर आम आदमी पार्टी का जवाब भी आ गया है। आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि ईडी की नीयत में खोट है। AAP ने कहा है कि ईडी का मकसद आप नेताओं को जेल में रखा है। आप नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईडी की चार्जशीट पर जवाब देते हुए यहां तक कहा कि बीजेपी को आरोपी बनाया जाना चाहिए।
आप नेता संदीप पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा रचित तथाकथित शराब घोटाले में ईडी ने अभी चार्जशीट दाखिल की है। 2 साल की जांच और हजारों जगहों पर छापा मारने के बाद देश को क्या मिला? एक और चार्जशीट। इस चार्जशीट में इन्होंने दो नई चीजें कही हैं। एक तो अरविंद केजरीवाल को इन्होंने आरोपी बनाया है और दूसरा आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया है। इससे पहले 20 जून को पीएमएलए की विशेष अदालत ने इन सारे मुद्दों पर अपना आदेश स्पष्ठ तौर पर दिया है। यह ऑर्डर ईडी की सारी जांच और सबूतों को ध्यान में रखकर आया था।
ये लोग कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी आरोपी है। फिर से वही घिसी-पिटी बातें कर रहे हैं। पीएमएलए में यह नियम है कि पैसा कहां से आया और कहां खर्च हुआ अगर यह सिद्ध नहीं हुआ तो आरोप नहीं बनते हैं। इसपर इनके पास कोई सबूत नहीं है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि ईडी यह बताने में नाकाम रही है कि मनी ट्रेल कहां है? इसमें यह भी लिखा हुआ है कि ईडी को वो पैसा मिल नहीं रहा है और जब तक ईडी वो पैसा खोज नहीं लेती तब तक वो नेताओं को जेल में रखना चाहती है। यह बड़ी विचित्र स्थिति है।
संदीप पाठक ने विशेष कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश का हवाला देते हुए आगे कहा कि पैसा कहां यूज हुआ? विशेष कोर्ट के ऑर्डर के पैरा 26 में लिखा हुआ है कि कैसे और कहां विधानसभा चुनाव में पैसे खर्च हुए हैं। इन्होंने अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाया है। जब विशेष कोर्ट के आदेस में कहा गया है कि कही भी केजरीवाल के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं। आम आदमी पार्टी को इन्होंने आरोपी बनाया है। इस ऑर्डर में यह भी लिखा गया है कि चवन्नी तक नहीं मिला है। सवाल यह है कि कोर्ट के ऑर्डर आने के बाद जब आपके पास कोई नए सबूत हैं नहीं तो चार्जशीट में यह नई कहानी कहां से आई।
आप नेता संदीप पाठक ने कहा कि ईडी की नीयत में खोट है और वो इसी तरीके से काम कर रही है। साल 2022 में जो मैटेरियल इनके पास थे वो उसे साल 2023 में दिखा रहे हैं। सारी चीजें फर्जी नजर आ रही हैं। पैरा 28 में लिखा हुआ है कि ईडी इस मामले में पक्षपात पूर्ण व्यवहार कर रही है। कोर्ट को आशंका है कि ईडी किसी ना किसी पक्षपात में काम कर रही है। ईडी खुद भी जानती है कि उसके पास सबूत नहीं है लेकिन ईडी सबूत खोजने की कोशिश कर रही है ताकि नेता को जेल में रख सकें। इनका मकसद मनी ट्रेल ढूंढना या निष्कर्ष तक पहुंचना नहीं है बल्कि इनका मकसद जेल में रखना। ईडी की कार्यप्रणाली पक्षपात पूर्ण है। इस पूरी लीला को भारतीय जनता पार्टी ने रची है।