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Delhi Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में क्यों बार बार आ रहे भूकंप, बचने के लिए क्या करें?

Delhi Earthquake: दिल्ली एनसीआर में शनिवार को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र अ्फरगानिस्तान में बताया जा रहा है। इसकी तीव्रता 5.8 रही। जानें दिल्ली में क्यों आ रहे भूकंप...

Krishna Bihari Singh लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीSat, 5 Aug 2023 10:53 PM
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दिल्ली-NCR में शनिवार देर शाम को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शाम 9 बजकर 31 मिनट पर आया यह मध्यम तीव्रता का भूकंप था जिसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश में बताया जा रहा है। फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी में भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप के झटके जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी महसूस किए गए। इस रिपोर्ट में जानते हैं दिल्ली एनसीआर में क्यों बार बार आ रहे हैं भूकंप और भूकंप आने पर जान बचाने के लिए क्या करें क्या नहीं...

दिल्ली एनसीआर में बार बार आ रहे भूकंप की वजहों पर वैज्ञानिकों का कहना है कि हिंदू-कुश-हिमालयी क्षेत्र भूकंप के लिहाज से बहुत सक्रिय है। इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। ऐसे में इस क्षेत्र में बार बार भूकंप आ रहे हैं। भारत में भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों की बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जोन-4 में आती है। यही वजह है कि जब भी हिंदू-कुश रीजन में तगड़ी तीव्रता वाले भूकंप आते हैं तो दिल्ली में भी झटके महसूस किए जाते हैं। 

हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स ने छापी थी। इसमें नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के वैज्ञानिक जेएल गौतम ने बताया था कि चूंकि इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। इससे बार बार हिंदू-कुश क्षेत्र में ऊर्जा रिलीज हो रही है। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि किसी शुरुआती भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स की भी संभावनाएं रहती हैं लेकिन इनका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है। 

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के हिस्सों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला में ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा के पास था। भूकंप की गहराई 196 किलोमीटर थी। यही कारण था कि इससे जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। भूकंप के ये झटके लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, पेशावर और अन्य शहरों में महसूस किए गए। 

नोएडा में एक बहुमंजिली इमारत में रहने वाली प्रीति शंकर ने बताया- भूकंप रात करीब साढ़े नौ बजे आया। मुझे दो बार इसके झटके महसूस किए गए। गौर करने वाली बात यह भी कि जम्मू-कश्मीर में एक ही दिन में आया यह तीसरा भूकंप था। जम्मू-कश्मीर में रात 9.31 बजे आए भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र ही था। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में सुबह 8.36 बजे और 10.24 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन भूकंपों का केंद्र भी पाकिस्तान और हिंदू कुश क्षेत्र ही बताया जाता है। इन दोनों भूकंपों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर क्रमश: 4.8 और 5.2 मापी गई।

भूकंप के समय घबराकर इधर उधर भागना जोखिम भरा होता है इसलिए भूकंप के समय आपको एक कमरे से दूसरे कमरे की तरफ भागने से बचना चाहिए। आपको लगता है कि आप जिस इमारत में रहते हैं वह मजबूत है तो वहीं रुकें। नीचे लेट जाएं, कोशिश करें कि किसी मजबूत चीज के नीचे अपने सिर और बाकी शरीर को छिपा लें क्योंकि इससे आपको अपने ऊपर से गिर रहे सामान से बचने में मदद मिलेगी। यदि आप किसी मेज, डेस्क या चौकी बेड के नीचे होते हैं, तो उसे कस कर पकड़ें। दरवाजे के बिल्कुल पास खड़े होकर भी खुद को बचा सकते हैं लेकिन मेज या चौकी नीचे छिपना कारगर हो सकता है। 

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