अब नहीं होगी परेशानी, दिल्ली में कई रूटों पर बढ़ेगी बसों की संख्या, परिवहन विभाग ने बनाई योजना
कई रूट पूरी तरह बंद हो गए और इस बदलाव से लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि कई रूट पर बसें बहुत कम हो गई। इतना ही नहीं, कई रूट तो बिल्कुल ही खत्म हो गए हैं।
डीटीसी और क्लस्टर बसों के रूट बदलने से हुई परेशानी को दूर करने की कवायद शुरू हो गई है। विभाग उन रूट को चिह्नित कर रहा है, जहां बस की संख्या कम हो गई है। कहा जा रहा है इन रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बैठक कर 48 घंटे में व्यवस्था को ठीक करने का निर्देश दिया है। दरअसल, दिल्ली में कुल 606 रूट पर डीटीसी और क्लस्टर स्कीम के तहत बसें चलती हैं। बसों के डेड किलोमीटर खत्म करने के लिए जून के पहले सप्ताह में 102 रूट पर बदलाव किया गया। इसके तहत डीटीसी के 51 रूट पर क्लस्टर और क्लस्टर के 51 रूट पर डीटीसी बसें चलाई जाने लगीं। वहीं, 138 रूट पर डीटीसी और क्लस्टर दोनों बसें चलाई जा रही हैं, अन्य रूट डीटीसी और क्लस्टर में बांट दिए गए हैं।
कई रूट पूरी तरह बंद हो गए और इस बदलाव से लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि कई रूट पर बसें बहुत कम हो गई। इतना ही नहीं, कई रूट तो बिल्कुल ही खत्म हो गए हैं। इससे बस से ऑफिस आने-जाने वाली की शिकायतें शुरू हो गई। शिकायतों की जानकारी मिलते ही परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी।
कम बस वाले रूट की पहचान की जा रही
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बदलाव के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित हुए रूट चिह्नित किए जा रहे हैं। शिकायतों का आकलन कर रहे हैं। जहां बसों की संख्या कम होगी, वहां बढ़ाई जाएंगी। अगर कहीं जरूरत से ज्यादा बसें हैं, तो वहां घटाई भी जाएंगी। अगले कुछ दिनों में सभी समस्या को खत्म करने की कोशिश है। आकलन यात्रियों की संख्या व बसों की मांग के आधार पर तय होगा।
48 घंटे में कमियां दूर करने के निर्देश दिए
सूत्रों की मानें धीरे-धीरे रूट ठीक किए जा रह हैं, लेकिन इसके बाद भी परिवहन मंत्री कार्यालय में शिकायतों का सिलसिला नहीं रुक रहा है। इसके बाद ही परिवहन मंत्री बैठक बुलाई। अधिकारियों को 48 घंटे में बस रूट की शिकायतों को खत्म करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी कहा है कि अगले सप्ताह से उनके पास बसों के रूट में बदलाव से संबंधित शिकायतें नहीं आनी चाहिए।