दिल्ली रेप मर्डर केस : टूटी हड्डियां खोलेंगी बच्ची के साथ हुई वारदात का राज
दिल्ली केंट के नांगल राया स्थित श्मशान घाट पर बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में जांच कर रही एफएसएल की टीम अब टूटी हड्डियों से बच्ची के साथ हुई वारदात का पता लाएगी। एफएसएल की...
दिल्ली केंट के नांगल राया स्थित श्मशान घाट पर बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में जांच कर रही एफएसएल की टीम अब टूटी हड्डियों से बच्ची के साथ हुई वारदात का पता लाएगी। एफएसएल की टीम को पुलिस ने बच्ची की चिता बुझा कर जब्त किए गए उसके शरीर के सभी टूकड़े सौंप दिए है। एफएसएल की उसकी जांच शुरू कर दी है। जल्द ही जांच पूरी करने के बाद एफएसएल की टीम पुलिस को अपनी रिपोर्ट देगी।
उधर, आरोपियों से पूछताछ के बाद कोई ठोस जानकारी नहीं मिलने पर अब पुलिस पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह का कहना है कि जांच के दौरान जो भी जरूरत होगी, वह काम किया जाएगा। पुलिस जल्द से जल्द अपनी जांच पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में सौंपेगी।
टूटी थी बच्ची के पैर की हड्डीयां
एफएसएल के सूत्रो की माने तो पुलिस और एफएसएल की टीम को अंतिम संस्कार के बाद पैर की कुछ हड्डीयां मिली है। जिसमें पंजा भी शामिल है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह हड्डीयां टूटी हुई हैं। ऐसे में अब इस बात की जांच की जाएगी कि यह हड्डीयां अंतिम संस्कार से पहले टूटी थी या फिर अंतिम संस्कार के दौरान। अगर हड्डीयां अंतिम संस्कार से पहले टूटी गई होंगी, तो हो सकता है कि आरोपियों से बचने के लिए बच्ची से संघर्ष किया हो। जिससे यह हड्डीयां टूटी होंगी। इससे यह बात स्पष्ट हो जाएगी कि बच्ची ने मौत से पहले संघर्ष किया था या नहीं। जो पुलिस जांच के दौरान अहम कड़ी साबित होगी।
कूलर में मिला था हैवी करंट
एफएसएल के अधिकारियों का कहना है कि जब वह पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे थे तो उन्हें दो जगह दिखाई गई थी। जहां पर अपराध हुआ था। पहली जगह वह कूलर था जिसमें करंट आने की बात बताई गई थी। जबकि दूसरी जगह वह थी। जहां बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया था। हमने दोनों जगह से सबूतों को जमा किया है। एफएसएल के अधिकारी ने बताया कि कूलर की जांच के लिए इलेक्ट्रेशियन को बुलाया गया था। जांच के बाद सामने आया था कि कूलर में हैवी करंट आया हुआ है। जिसके बाद उसे जांच के लिए जब्त किया गया।
आरोपियों का किया जाएगा पॉली ग्राफ टेस्ट
पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह का कहना है कि पुलिस मामले में 60 दिन के भीतर जल्द से जल्द चार्जशटी फाइल करेगी। मामले में सबूतों का अभाव होने के बाद भी पुलिस ने साइंटिफिक ऐवीडेंस भी जुटाए हैं। इनमें आरोपियों के अंडरगारमेंट, मुख्य आरोपी की बेडशीट व पीड़ित लड़की के डीएनए से जुड़ा साक्ष्य शामिल है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अहम बतों सामने नहीं आ सकी है। ऐसे में पुलिस के पास नार्को टेस्ट का ऑप्शन है। लेकिन इसके प्रॉसीजर में पॉलीग्राफ टेस्ट आरोपियों के राजी होने पर किया जा सकेगा। ऐसे में हम आरोपियों से टेस्ट करवाने के लिए बात करेंगे।