लग्जरी कारें चुराने वाला गैंग पकड़ा, बीटेक पास सरगना इस ऑनलाइन टूल की मदद से करता था चोरी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को लग्जरी वाहन चुराने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह के सरगना समेत दो वाहन चोर और तीन खरीददार शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को लग्जरी वाहन चुराने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह के सरगना समेत दो वाहन चोर और तीन खरीददार शामिल हैं। आरोपियों की पहचान गिरोह के सरगना पटियाला निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ स्मार्टी, हरिद्वार निवासी अखलाक और खरीददारों में अमृतसर निवासी सुखदेव सिंह उर्फ सप्पी, मनदीप सिंह उर्फ दीप व तरनतारन निवासी अमनदीप उर्फ अमन उर्फ मास्टर के रूप में हुई हैं। पुलिस को इनके कब्जे से 14 लग्जरी कार, 61 रिमोट चाबी, 10 स्क्रू ड्राइवर समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, इस गैंग ने पिछले चार महीने में करीब 60 कार चोरी की हैं। इस गैंग का सरगना बीटेक है और वाहनों के बारे में अच्छी खासी जानकारी रखता है। वह कार की मूल डिजिटल कुंजी को एक खाली कुंजी पर डाउनलोड कर एक्स-टूल के माध्यम से चोरी की वारदात को अंजाम देता था।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक टीम का गठन कर उसे लगाया गया था। इस टीम ने चोरी की घटनाओं के पैटर्न, समय और विभिन्न मामलों के सीसीटीवी फुटेज का अध्ययन किया तो यह पता चला कि आरोपी व्यक्ति ज्यादातर वारदातों को आधी रात के वक्त अंजाम देते हैं। टीम ने दिल्ली में सक्रिय विभिन्न गिरोहों के बारे में जानकारी एकत्र की और टेक्निकल सर्विलॉन्स के जरिये आरोपी हरप्रीत उर्फ स्मार्टी के गिरोह पर फोकस करना शुरू कर दिया। सूचना के आधार पर हरप्रीत और अखलाक को रिंग रोड से दबोच लिया।
ऐसे चुराते थे गाड़ी
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने ओबीडी (ऑन बोर्ड डायग्नोस्टिक) के माध्यम से कारों को चुराने के अनोखे तरीके का खुलासा किया। सभी आधुनिक कारों में एक ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक पोर्ट होता है, जो वास्तविक टेक्नीशियन को वाहन के मुख्य फ्रेम तक पहुंचने और वाहन के इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजन और अन्य प्रणालियों में खामियों की जांच करने के लिए अधिकृत करता है। हरप्रीत बीटेक पास है। वह पोर्ट का उपयोग कार की मूल डिजिटल कुंजी को एक खाली कुंजी पर डाउनलोड करने के लिए करता था। इस तरह इन चीनी स्कैनर अर्थात एक्स-टूल के माध्यम से वारदात को अंजाम देता था।