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दिल्ली में 10,000 मोहल्ला बसें यूं बनाएंगी सफर को आसान, जाम की समस्या का भी समाधान

कैलाश गहलोत ने बताया कि किराड़ी का बस डिपो 5.40 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। यहां पर कुल 140 बसों की पार्किंग की सुविधा होगी। इलेक्ट्रिक बसों के लिए यहां पर चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जा रहा है।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 10 April 2023 02:47 PM
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दिल्ली में लास्ट माइल कनेक्टविटी के लिए कुल 2180 वातानुकूलित मोहल्ला बसें चलाई जाएंगी। वर्तमान में दिल्ली में कुल 7329 बसें हैं। आने वाले कुछ सालों में बसों की संख्या 10 हजार तक पहुंच जाएगी। उसके लिए दिल्ली में 10 हजार बसों की पार्किंग का इंतजाम किया जा रहा है। यह बातें परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को किराड़ी में 140 बसों की पार्किंग के लिए बनने जा रहे बस डिपो के शिलान्यास के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि किराड़ी नौ आधुनिक बस डिपो में शामिल है, जिनका निर्माण किया जाना है।

परिवहन मंत्री गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार इस माह शहर की सड़कों पर 100 नई मोहल्ला बस शुरू करने जा रही है। दिल्ली के इतिहास में पहली बार है कि छोटे आकार की इलेक्ट्रिक मोहल्ला बस सड़कों पर चलेंगी। दिल्ली सरकार की 2025 तक कुल 2180 वातानुकूलित बसें चलाने की योजना है। इन बसों को विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए डिजाइन किया गया है जहां सड़क की चौड़ाई कम है या ऐसे क्षेत्र जहां 12 मीटर वाली बसें नहीं चलाई जा सकती हैं।

इससे उस क्षेत्र में कनेक्टविटी बेहतर होगी, सड़कों पर बड़ी बसों से जाम की समस्या खत्म होगी और आवागमन आसान होगा। कैलाश गहलोत ने कहा कि वर्ष 2015 में राजधानी में महज 5 हजार 842 बसें थीं, जो अब बढ़कर 7 हजार 379 बसें हो गई हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दुनिया में सबसे अच्छे सार्वजनिक परिवहन वाले शीर्ष 35 शहरों में भी जगह बनाई है। दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 तक बसों की संख्या को 10,480 करना है।

5.40 एकड़ में बनेगा किराड़ी का बस डिपो

किराड़ी का बस डिपो 5.40 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। यहां पर कुल 140 बसों की पार्किंग की सुविधा होगी। इलेक्ट्रिक बसों के लिए यहां पर चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जा रहा है। आधुनिक बस डिपो को बनाने के लिए कुल 160 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें भूमि अधिग्रहण के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को भुगतान के लिए 40 करोड़ रुपये, डिपो के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को 40 करोड़ और डिपो विद्युतीकरण के लिए लगभग 80 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है। यह बस डिपो दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार होगा।

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