विदेश में बैठ वसूल ली रंगदारी, दिल्ली पुलिस से कहा- पकड़कर दिखा, गोगी गिरोह के गुर्गे का दुस्साहस
विदेश में छिपे गोगी गिरोह के सदस्य मोंटी मान ने गुर्गों के माध्यम से दिल्ली के एक कारोबारी से रंगदारी वसूली है। यही नहीं उसने स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर को फोन करके चुनौती दी कि उसे पकड़कर दिखाए।
विदेश में छिपे गोगी गिरोह के सदस्य मोंटी मान ने गुर्गों के माध्यम से अलीपुर के एक कारोबारी से रंगदारी वसूली है। इसके बाद स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर को फोन करके चुनौती दी कि उसे पकड़कर दिखाए। हालांकि, पुलिस ने कारोबारी से रुपये ले जाने वाले दो आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार, कैलिफोर्निया में छिपा मोंटी मान अलीपुर-नरेला और इसके आसपास के कारोबारियों को लगातार रंगदारी के लिए धमकी दे रहा था। इस बीच जिला पुलिस को सूचना मिली कि मोंटी ने रमेश जैन (परिवर्तित नाम) से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी।
दिल्ली पुलिस को दी चुनौती
स्पेशल स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर पवन यादव ने पीड़ित से मुलाकात की और रुपये नहीं देने के लिए कहा। अभी इंस्पेक्टर और कारोबारी से बात हो रही थी कि तभी मोंटी ने दोबारा फोन कर रंगदारी मांगी। कारोबारी ने कहा कि इंस्पेक्टर रुपये देने से मना कर रहे हैं तो मोंटी ने फोन इंस्पेक्टर को देने के लिए कहा। उसने इंस्पेक्टर को चुनौती दी कि कि वह रुपये लेकर रहेगा। इस बाबत पुलिस ने अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
चुनौती पूरी करने की जानकारी दी
इस बीच चार जुलाई को मोंटी के कहने पर कालू नाम के शख्स ने रमेश जैन से उसके दफ्तर में जाकर चार लाख रुपये ले लिए। मोंटी ने फिर इंस्पेक्टर को फोन कर रुपये वसूलने और चुनौती पूरी करने की जानकारी दी।
मजदूरों के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल
आउटर नार्थ पुलिस ने जेल में बंद योगेश टुंडा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि मोंटी नाम बदलकर कैलिफोर्निया के जनरल स्टोर पर हेल्पर का काम करता है। साथ ही गिरोह के सदस्य मोंटी को अलीपुर, बवाना एवं नरेला में कार्यरत मजदूरों के फोन नंबर पर आए व्हाट्सऐप ओटीपी को बताते हैं। इन्हीं मजदूरों के मोबाइल नंबर पर सक्रिय व्हाट्सऐप का इस्तेमाल धमकी देने के लिए करता है। इसके अलावा दूसरे देशों के पहले से सक्रिय सिम कार्ड इंटरनेट भी उपलब्ध कराए जाते हैं, जिसका इस्तेमाल वह धमकी देने के लिए करता है।
सीसीटीवी फुटेज से राज खुला
इसके बाद पुलिस ने रमेश जैन समेत सभी संभावित पीड़ितों के दफ्तरों के आसपास की जांच शुरू की। तब पुलिस को रमेश के दफ्तर से कालू बैग लेकर जाता दिखाई दिया। फिर अलीपुर एसएचओ इंस्पेक्टर शैलेंद्र शर्मा की टीम ने पांच जुलाई को कालू को पकड़ा तो उसने पूरी जानकारी दी। तब पुलिस ने रंगदारी वसूलने की धारा में मुकदमा दर्ज किया। कालू ने बताया कि उसने फार्म हाउस मालिक प्रदीप कुमार बुगरा को रुपये दिए हैं। मोंटी से निर्देश मिलने पर प्रदीप रुपये को अन्य शख्स को देने वाला था। पुलिस ने प्रदीप को भी गिरफ्तार कर लिया है।
जनरल स्टोर में करता है हेल्पर का काम
जितेंद्र गोगी गिरोह का प्रमुख गुर्गा मोंटी मान इन दिनों कैलिफोर्निया में जनरल स्टोर में काम कर रहा है। अपनी पहचान छिपाकर मोंटी काम करने के दौरान ही दिल्ली-एनसीआर के कारोबारियों को वसूली के लिए धमकी भरे फोन करता है। आउटर नार्थ पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है।
इंटरनेट नंबर का इस्तेमाल
आउटर नार्थ जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जितेंद्र गोगी की मौत के बाद मोंटी मान अमेरिका भाग गया। उसने हरियाणा से दूसरे के नाम पर पासपोर्ट बनवाया। फिर डंकी रूट से वह कैलिफोर्निया में छिप गया। फिलहाल उसका परिवार अलीपुर में रहता है। बीते साल मोंटी के नाम से अलीपुर, रोहिणी, बवाना, कंझावला और नरेला इलाके में कारोबारियों को रंगदारी वसूली के लिए धमकी भरे फोन आने शुरू हो गए थे। इसमें इंटरनेट नंबर का इस्तेमाल किया जाता था। पहले मोंटी जेल में बंद टिल्लू की हत्या में शामिल योगेश टुंडा को कांफ्रेंस कॉल पर जोड़कर कारोबारियों से बात करता था।