UAE के शाही परिवार का सदस्य बता ठगी करने वाले को पुलिस हिरासत, खुफिया एजेंसियां भी जांच में जुटीं
दिल्ली की एक अदालत ने होटल लीला पैलेस में 23 लाख की ठगी करने के आरोपी महमेद शरीफ को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। आरोपी को पटियाला हाउस कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था।
यूएई के युवराज कार्यालय का कर्मचारी बताकर होटल लीला पैलेस में 23 लाख की ठगी करने वाले युवक को दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी महमेद शरीफ को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस ने आरोपी को पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जिसके बाद अदालत ने आरोपी को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
होटल के जनरल मैनेजर ने दर्ज कराई थी शिकायत
पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने बताया कि सरोजिनी नगर थाने में 14 जनवरी को होटल के जनरल मैनेजर अनुपम दास गुप्ता ने आरोपी महमेद शरीफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी होटल में एक अगस्त से लेकर 20 नवंबर तक होटल में रुका था। 20 नवंबर 2022 को वह होटल से कुछ बहुमूल्य वस्तुएं चुराकर और बकाया बिल बिना जमा किए फरार हो गया था। कुल मिलाकर शिकायतकर्ता ने आरोपी पर होटल के साथ 23 लाख 46 हजार 413 रुपए की ठगी का आरोप लगाया था।
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ा से गिरफ्तार
इसके बाद मामले की जांच कर पुलिस ने आरोपी ठग को 19 जनवरी को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ा से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया गया। आरोपी महमेद शरीफ होटल में अगस्त 2022 में फर्जी बिजनेस कार्ड दिखाकर चेक इन किया था। उसने खुद को होटल प्रशासन के सामने यूएई सरकार के कर्मचारी के रूप में पेश किया। उसने बताया कि वह यूएई के युवराज के कार्यालय में उच्च अधिकारी है। उसने होटल में अपना यूएई का नागरिक प्रमाण-पत्र भी दिखाया था।
खुफिया इकाइयां भी कर रही हैं पूछताछ
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी द्वारा नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के मंत्रालयों के अधिकारियों को भी बडे-बड़े कारोबारी प्रपोजल देने के लिए संपर्क करता था। इसलिए पुलिस जानना चाहती है कि वह किसके संपर्क में था और क्यों था। दरअसल इस जालसाज ने पीएम मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल सहित कई मंत्रालयों में पत्र लिखकर कुछ प्रपोजल भी भेजे थे। बहरहाल पुलिस सहित खुफिया इकाइयों के अधिकारी भी बरामद किए कारोबारी प्रपोजल व चिट्ठियों की बारीकी से जांच कर रही है।
मोबाइल किया नष्ट
सूत्रों की मानें तो आरोपी शरीफ ने अपना मोबाइल फोन नष्ट कर दिया था और पुलिस को संदेह है कि उसने कुछ सबूत नष्ट करने के लिए ऐसा किया होगा। अब पुलिस उसका मोबाइल बरामद करने की कोशिश कर रही है। ताकि उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा सके और डेटा बरामद किया जा सके।हालांकि शरीफ का कहना है कि उसने अपना मोबाइल गोवा में छोड़ दिया था, जबकि जांच में सामने आया है कि आरोपी कभी गोवा नहीं गया था।
साढ़े तीन महीने तक होटल में ठहरा
करीब साढ़े तीन महीने तक होटल में रहने के बाद वह होटल से तमाम बहुमूल्य चीजों को लेकर फरार हो गया। आरोपी ने होटल में एक 20 लाख का चेक दे दिया। भुगतान के दौरान होटल कर्मचारियों को पता चला कि उसके बैंक खाते में पैसे नहीं है, जिसकी वजह से चेक बाउंस हो गया और तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।