दिल्ली के 10 जानलेवा ब्लैक स्पॉट लील गए 80 जिंदगियां, अब और हादसे रोकने को होंगे ये बदलाव
राजधानी दिल्ली में सड़क हादसों के लिए चिह्नित ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए अहम बदलाव किए जाएंगे। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस और पीडब्ल्यूडी अलग-अलग संस्थाओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में सड़क हादसों के लिए चिह्नित ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए अहम बदलाव किए जाएंगे। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अलग-अलग संस्थाओं के साथ काम कर रहे हैं। इन संस्थाओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे कमियों को दूर करने के लिए योजनाएं बनाएं। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस और पीडब्ल्यूडी मिलकर योजनाओं पर काम करेंगे। वहीं, सड़क सुरक्षा के लिए काम करने वाली अन्य संस्थाओं से भी सुझाव मांगे गए हैं।
कुछ माह पहले दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी के ब्लैक स्पॉट को लेकर अध्ययन किया था। इसमें पता चला कि 10 ऐसे स्थान हैं जहां वर्ष 2022 में 80 लोगों ने जान गंवाई, जबकि 136 घायल हुए। मरने वाले अधिकांश लोग राहगीर या दुपहिया सवार थे। अध्ययन के बाद कई संस्थाओं के साथ ट्रैफिक पुलिस ने सभी दस ब्लैक स्पॉट का मुआयना किया। इस दौरान देखा गया कि किन वजहों से हादसे हो रहे हैं। इसके बाद तय किया गया कि इन कमियों को दूर करने के लिए वहां महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे।
इन संस्थाओं को जिम्मेदारी दी
इन बदलाव के लिए ट्रैफिक पुलिस और पीडब्ल्यूडी ने ब्लैक स्पॉट को विभिन्न संस्थाओं के बीच बांट दिया है। प्रत्येक ब्लैक स्पॉट को सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी और निजी संस्था की होगी। इनमें से पांच ब्लैक स्पॉट को सुरक्षित बनाने की योजना तैयार करने में सेव लाइफ फाउंडेशन मदद करेगी। तीन के लिए वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआरआई) और दो के लिए ग्लोबल डिजाइनिंग सिटी इनिशिएटिव (जीडीसीआई) संस्था मदद करेगी। इसको लेकर हाल ही में इसे लेकर पीडब्ल्यूडी द्वारा एक वर्कशॉप का आयोजन भी किया गया।
18 फीसदी दुर्घटनाएं बढ़ी
राजधानी में बीते वर्ष सड़क हादसों में 18 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2021 में 1239 लोगों ने जान गंवाई थी, जबकि 2022 में 1461 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई। ट्रैफिक पुलिस ने इन हादसों को लेकर जब अध्ययन किया तो पाया कि कुल 117 जगह ऐसी हैं जहां ज्यादा हादसे होते हैं। इनमें से 10 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए, जहां सबसे ज्यादा लोगों ने जान गंवाई। इनमें अधिकांश ब्लैक स्पॉट रिंग रोड, बाहरी रिंग रोड और हाइवे पर हैं।
सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति
ब्लैक स्पॉट मौत घायल
मुकरबा चौक 12 14
खामपुर गांव 10 12
धौला कुआं 08 13
मायापुरी चौक 08 14
गांधी विहार स्टॉप 07 23
भलस्वा चौक 07 17
पीरागढ़ी चौक 07 14
पंजाबी बाग चौक 07 11
ब्रिटानिया चौक 07 09
आश्रम चौक 07 09
यहां काम करेंगे
सेव लाइफ फाउंडेशन : सिग्नेचर ब्रिज, बुराड़ी चौक, मुकुंदपुर गोल चक्कर, गांधी विहार बस स्टॉप और भलस्वा चौक
डब्ल्यूआरआई : मुकरबा चौक, मधुबन चौक और 5वां पुश्ता रोड
जीडीसीआई : पावर हाउस पीतमपुरा और मंगोलपुरी फ्लाईओवर
ये परिवर्तन कराने की तैयारी
- भूमिगत पैदल पारपथ और एफओबी बनाने का प्रयास
- डिवाइडर की ऊंचाई को बढ़ाकर डेढ़ मीटर करने का प्रयास
- वाहनों की रफ्तार कम करने के बंदोबस्त किए जाएंगे
- लाइट की कमी को दूर करवाया जाएगा
- राहगीर के चलने के लिए फुटपाथ बेहतर किए जाएंगे
- एफओबी एवं भूमिगत पैदल पारपथ के साइनेज लगाए जाएंगे
- फुटपाथ से अतिक्रमण हटेगा
- बस स्टॉप एवं जेब्रा क्रासिंग को सही जगह बनाया जाएगा
केस स्टडी
मुकरबा चौक :
- पैदल चलने के लिए फुटपाथ लगातार नहीं हैं।
- सड़क पर बनाए जाने वाले निशान नहीं दिखते हैं।
- हेडगेवार मार्ग पर एफओबी में लगी लिफ्ट नहीं चलती।
- वाहनों की रफ्तार कम करने के लिए इंतजाम नहीं हैं।
भलस्वा चौक :
- जेब्रा क्रासिंग गलत जगह बना हुआ है।
- गोलचक्कर के पास गतिरोधक नहीं हैं।
- यहां रेहड़ी-पटरी लगाने वालों की जगह चिह्नित नहीं है।
- बस स्टॉप की जगह सही नहीं है।
- सड़क पर लेन मार्किंग नहीं की गई है।