दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केस के बीच बुजुर्गों को क्या सलाह? नए साल के जश्न में न भूलें ये जरूरी बातें
लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने भी कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, 'यह (जेएन.1) ओमीक्रॉन का एक उप-स्वरूप है जिसके...'
Coronavirus in Delhi: राजधानी दिल्ली में बीते दिनों कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट 'जेएन.1' ने दस्तक दे दी है। वहीं पूरी दिल्ली और आसपास के इलाकों के लोग नए साल के जश्न की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में एक्सपर्ट ने लोगों को कुछ जरूरी सलाह दी है। विशेषज्ञों ने बुजुर्गों तथा अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और मास्क पहनने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोविड के 45 उपचाराधीन मामले हैं। अब तक राष्ट्रीय राजधानी में 'जेएन.1' उप-स्वरूप का एक मामला सामने आया है। होली फैमिली अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर सुमित रे ने कहा, 'अस्पताल में जिन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के साथ भर्ती कराया गया उनमें मुख्य रूप से फेफड़ों या गुर्दे की पुरानी बीमारी दिखी। अस्पताल में दिसंबर में कोविड के 11 मरीज भर्ती हुए लेकिन ऐसे किसी मरीज की मौत नहीं हुई।'
डॉक्टर रे ने बताया कि युवा और स्वस्थ लोग नए साल के जश्न का आनंद लें। लेकिन वो लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है या जो संवेदनशील हैं उन्हें सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए। सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के निदेशक एवं प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि 'चिंता की कोई बात नहीं है। जिन लोगों को पहले से बीमारियां हैं, उन्हें घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना चाहिए। लेकिन स्वस्थ लोगों के लिए मैं इसकी (मास्क पहनने की) सलाह नहीं दूँगा।'
लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने भी कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, 'यह (जेएन.1) ओमीक्रॉन का एक उप-स्वरूप है। लक्षण हल्के होते हैं और शायद ही कभी लोगों को गंभीर संक्रमण होता है। हालांकि, जिन लोगों को मधुमेह है या जो लोग डायलिसिस पर हैं, उन्हें लक्षण दिखने पर जांच करानी चाहिए।' उन्होंने कहा, 'अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो आपको भीड़-भाड़ वाली जगहों या अस्पतालों में जाते समय मास्क पहनना चाहिए। फलों सहित संतुलित आहार का विकल्प चुनें।'