दिल्ली में यात्रियों को मिली राहत, क्लस्टर बस सेवा 9 माह के लिए बहाल
क्लस्टर बस ऑपरेटर और दिल्ली सरकार के बीच 997 बसों के संचालन का 10 वर्ष पहले हुआ अनुबंध 19 जून को खत्म हो रहा है। नौकरी पर संकट खड़ा होने पर 8 जून से कंडक्टर हड़ताल पर चले गए थे।
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में चलने वाली 997 क्लस्टर बसों के परमिट बढ़ाने का फैसला लिया गया है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 'एक्स' पर बताया कि छह डिपो पर क्लस्टर बस सेवा नौ माह के लिए बहाल की जा रही है।
मंत्री ने परिवहन आयुक्त को सभी बसें तत्काल प्रभाव से चलाने का निर्देश दिया है। हड़ताल के चलते यात्री परेशान थे और राजधानी में 70 से ज्यादा रूट प्रभावित थे। क्लस्टर बस ऑपरेटर और दिल्ली सरकार के बीच 997 बसों के संचालन का 10 वर्ष पहले हुआ अनुबंध 19 जून को खत्म हो रहा है। नौकरी पर संकट खड़ा होने पर 8 जून से कंडक्टर हड़ताल पर चले गए थे। शुरुआत में दिलशाद गार्डन, सीमापुरी और राजघाट डिपो में हड़ताल कर बसों का संचालन बंद किया था। इसके बाद बीबीएम-2 और ओखला डिपो में भी हड़ताल हो गई।
गुरुवार को ढिचाऊं कलां डिपो में भी परिचालक हड़ताल पर चले गए। छह डिपो में हड़ताल होने से नौकरीपेशा लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली सरकार ने यात्रियों की परेशानी को देखते हुए बस परमिट की अवधि नौ माह के लिए बढ़ाने का फैसला लिया है।
परिवहन मंत्री ने 'एक्स' पर बताया कि यात्रियों को हो रही असुविधा और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए बसों के परमिट फिलहाल नौ माह की अवधि के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया है। ये बस कैर, ढिचाऊं कलां, दिलशाद गार्डन, बीबीएम कक, राजघाट कक और ओखला कश् डिपो से संबंधित हैं।
परिवहन मंत्री ने दावा किया कि परिवहन आयुक्त को तत्काल प्रभाव से सौ फीसदी बसों के संचालन के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसी बीच डिपो के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया जाएगा ताकि इन डिपो से इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जा सके और इन महत्वपूर्ण मार्गों पर यात्रियों के लिए इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध हों।