आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम भाजपा में शामिल, इस विधानसभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
Chhattisgarh Assembly polls 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम ने भाजपा का दामन थामा है। हाल ही में उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया था। पढ़ें यह रिपोर्ट...
Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले एक और दिग्गज ने भाजपा का दामन थाम लिया। हाल ही में सेवा से इस्तीफा देने वाले आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। उनके छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। टेकाम कोंडागांव जिले के केशकाल शहर में एक पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भाजपा के राज्य प्रभारी ओम माथुर, राज्य इकाई प्रमुख अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। टेकाम ने कहा- नौकरशाहों को राजनीति में काम करने का मौका मिले तो अच्छा है।
नीलकंठ टेकाम (Neelkanth Tekam) एक राज्य-कैडर अधिकारी हैं, जिन्हें 2008 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत किया गया था। टेकाम कोंडागांव कलेक्टर के रूप में भी काम कर चुके हैं। उनके जिले की केशकाल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। उन्होंने जब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था तब वे राजकोष और लेखा के निदेशक थे। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने 17 अगस्त को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह केशकाल से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, टेकाम (Neelkanth Tekam) ने कहा- अगर ऐसा होता है, तो इसका असर बस्तर की सभी 12 सीटों पर दिखाई देगा क्योंकि मैंने क्षेत्र के सभी स्थानों पर काम किया है। राज्य में परिवर्तन की लहर है। भाजपा को इससे फायदा होगा। हमने पहले ही एक रणनीति तैयार कर ली है। हमारी कोशिश होगी कि बस्तर के लोगों के अधिकारों के लिए काम किया जाए। नौकरशाही और राजनीति में ज्यादा अंतर नहीं है।
अनुसूचित जनजाति समुदाय से आने वाले टेकाम (55) ने यह भी कहा कि वह बस्तर में आदिवासी समुदायों की एक छत्र संस्था सर्व आदिवासी समाज को भाजपा के लिए चुनौती के रूप में नहीं देखते हैं, जो चुनाव लड़ने की योजना बना रहा है। कांकेर जिले के अंतागढ़ के निवासी टेकाम ओपी चौधरी के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर भाजपा में शामिल होने वाले दूसरे आईएएस अधिकारी हैं। 2018 में पद छोड़ने वाले ओपी चौधरी ने पिछले विधानसभा चुनाव में खरसिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। वह अब राज्य भाजपा के महासचिव हैं।