'आप' के दो नेता जेल में हैं, जमानत भी नहीं मिल रही, केजरीवाल के आरोपों पर BJP ने किया पलटवार
दिल्ली सरकार और भाजपा के बीच सियासी टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। केजरीवाल ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए तो भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार में डूबे होने का आरोप लगा दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अडाणी के मसले को उछाला। केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में एक प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से बड़े पैमाने पर लूट की जा रही है। कांग्रेस ने 75 साल में जितना लूटा है, उससे ज्यादा उन्होंने (भाजपा ने) सात साल में लूटा है। देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। हम इस बारे में बहुत चिंतित हैं। केजरीवाल का यह बयान सामने आने के बाद भाजपा ने भी जोरदार पलटवार किया। भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के दो नेता 'भ्रष्टाचार' के आरोप में जेल में बंद हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने आज सदन में पीएम मोदी को संबोधित किया, वह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी किस तरह हताशा से भर गई है। यह वही पार्टी है जिसने राजनीति में आने के बाद कहा था कि हम यहां भ्रष्टाचार से लड़ने आए हैं सत्ता के लिए नहीं। अब आम आदमी पार्टी के दो नेता सलाखों के पीछे हैं। अब तक उन्हें अदालत से जमानत तक नहीं मिली है।
संबित पात्रा ने दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का जिक्र करते हुए कहा कि देश आज देख रहा है कि कैसे एक शिक्षा मंत्री शराब घोटाले में फंस जाता है और दूसरा मंत्री गले तक भ्रष्टाचार में डूबा है, जेल में मालिश और विशेष सुविधाएं प्राप्त करते पकड़ा जाता है। फिर भी आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही है। जनता सच्चाई जानती है। जनता को यकीन है कि पीएम मोदी देश के विकास और कल्याण के लिए क्या कर रहे हैं। देश की जनता पीएम मोदी के साथ खड़ी है।
उल्लेखनीय हो कि दिल्ली विधानसभा सत्र के सातवें दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कहा कि देश बुरे दौर से गुजर रहा है। सीबीआई और ईडी का डर दिखाकर लोगों से उनका काम छीनकर एक व्यक्ति को दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सबकुछ केंद्र सरकार कर रही है। इसके साथ ही केजरीवाल ने विधानसभा में अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) बनाकर जांच कराने की मांग को लेकर आए संकल्प प्रस्ताव का समर्थन किया जो बिना किसी विरोध के पास हो गया।