Hindi Newsएनसीआर न्यूज़bike bot scam ED filed chargesheet against 12 companies in meerut special court

बाइक बोट घोटाले में 12 कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, ED के आरोपपत्र में किन-किन के नाम

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बाइक बोट घोटाला मामले में 12 कंपनियों के खिलाफ मेरठ की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इन कंपनियों के माध्यम से ही ठगी की रकम ठिकाने लगाई गई थी।

Praveen Sharma नोएडा। हिन्दुस्तान, Fri, 29 Sep 2023 02:35 PM
share Share
Follow Us on
बाइक बोट घोटाले में 12 कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, ED के आरोपपत्र में किन-किन के नाम

बाइक बोट घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 12 कंपनियों के खिलाफ मेरठ की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इन कंपनियों के माध्यम से ही ठगी की रकम ठिकाने लगाई गई थी। इस रकम से संपत्तियों की खरीद-फरोख्त भी की गई थी। इस मामले में पहला केस 12 जनवरी 2019 को दर्ज हुआ था। वहीं, ईओडब्ल्यू ने अब तक 30 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।

बाइक बोट कंपनी में मोटरसाइकिलों में निवेश के नाम पर देशभर में निवेशकों से धन लिया गया। तय शर्तों के अनुसार, प्रति माह निवेशकों को उनके निवेश के अनुपात में एक निश्चित रकम दी जानी थी। यह रकम शुरू में कुछ माह तक उन्हें दी गई और बाद में कंपनी ने रकम देनी बंद कर दी। इस कंपनी में लाखों निवेशकों ने हजारों करोड़ रुपये लगाए थे।

इस मामले की जांच ईडी द्वारा की जा रही है। ईडी के अनुसार बाइक बोट घोटाले में निवेशकों से आने वाले रुपये 100 से अधिक बैंक खातों में जमा होते थे। ये खाते विभिन्न कंपनियों के नाम पर खुले थे। इनमें आई ठगी की रकम को अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। ठगी की रकम को अचल संपत्तियों के अधिग्रहण, निर्माण, व्यक्ति, संस्थाओं, ट्रस्ट, सोसाइटी और शेल कंपनियों में भी स्थानांतरित किया गया। ईडी ने ऐसी 12 कंपनियों के नाम अपनी चार्जशीट में शामिल किए हैं। यह चार्जशीट विशेष न्यायालय में दायर की गई है।

तीन साल पहले गिरफ्तार मनोज त्यागी को जमानत मिली : ईडी ने इस मामले में सबसे पहली गिरफ्तारी दिसंबर 2020 में हापुड़ के पिलखुवा से मनोज त्यागी की थी। वह मैसर्स एफ7 ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पूर्व निदेशक है। मनोज त्यागी इस प्रकरण में लंबे समय से जेल में था। उसे कुछ समय पहले ही हाईकोर्ट से जमानत मिली है। बाइक बोट प्रकरण में ईडी ने अभी तक दो गिरफ्तारी की हैं, जिनमें पहली मनोज त्यागी की और दूसरी गिरफ्तारी सपा नेता दिनेश सिंह की है। मनोज त्यागी को बाइक बोट घोटाले में सबसे अहम माने जाने वाले बिजेंद्र हुड्डा का करीबी माना जाता है। बिजेंद्र हुड्डा के खिलाफ भी ईडी कोर्ट में चार्जशीट दे चुकी है। उसको जमानत मिल चुकी है।

ईडी के आरोपपत्र में इन कंपनियों के नाम

गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड, इंडिपेंडेंट टीवी लिमिटेड, पेंटल टैक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, पिमेक्स प्लास्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रेरणा सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, पिमेक्स ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड, मार्स इनविरोटैक प्राइवेट लिमिटेड, एक्सल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, पेंटल मॉडिलिटी हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड, भसीन इंफ्रोटेक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, नोबल बिल्डटेक एलएलपी और साहा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड।

दो आरोपी फरार

इस मामले में पांच-पांच लाख के दो इनाम दीप्ती बहल और भूदेव अब भी फरार हैं। दीप्ती बहल बाइक बोट कंपनी के मालिक की पत्नी है। मेरठ की आर्थिक अपराध शाखा ने 119 मुकदमों में 30 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।

प्रॉपर्टी अटैच की गई

इस मामले में पहला मुकदमा 12 जनवरी 2019 को दादरी थाने में दर्ज हुआ। जून 2019 में बाइक बोट कंपनी के मालिक संजय भाटी की गिरफ्तारी हुई। मामले में ईडी ने आरोपियों की 216 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की।

अगला लेखऐप पर पढ़ें