शिक्षा विभाग के सचिव को नोटिस, मंत्री आतिशी ने पूछा-क्यों की मेरे निर्देश की अनदेखी
दिल्ली की मंत्री ने शिक्षा विभाग के सचिव और शिक्षा निदेशालय से पूछा है कि उनके आदेशों की अवहेलना करके अनुच्छेद 239एए का उल्लंघन किया गया है। उन्हें कार्रवाई का सामना क्यों नहीं करना चाहिए।
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने 5,000 शिक्षकों के स्थानांतरण को रोकने के उनके निर्देश की कथित रूप से अवहेलना करने के लिए शिक्षा विभाग के सचिव और शिक्षा निदेशालय (डीओई) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मंत्री ने एक जुलाई को आदेश दिया था कि किसी भी शिक्षक का तबादला सिर्फ इसलिए नहीं किया जाए, क्योंकि उसने किसी खास स्कूल में 10 साल से ज्यादा समय बिताया है। अपने नोटिस में संविधान के अनुच्छेद 239एए का हवाला देते हुए आतिशी ने इस बात पर जोर दिया है कि दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) की निर्वाचित सरकार राज्य सूची और समवर्ती सूची में सूचीबद्ध मामलों पर कार्यकारी शक्तियां रखती है।
मंत्री ने शिक्षा विभाग के सचिव और शिक्षा निदेशालय से पूछा है कि उनके आदेशों की अवहेलना करके अनुच्छेद 239एए का उल्लंघन करने के लिए उन्हें कार्रवाई का सामना क्यों नहीं करना चाहिए।
शिक्षा निदेशालय द्वारा 11 जून को एक परिपत्र जारी किया गया था। इसमें निर्देश दिया गया था कि सभी शिक्षक जिन्होंने 10 वर्षों से अधिक समय तक सेवा की है, स्कूल को स्थानांतरण के लिए अनिवार्य रूप से आवेदन करना होगा। ऐसा न करने पर उन्हें डीओई द्वारा किसी भी स्कूल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
28 जून को आतिशी ने इस आदेश का विरोध किया था। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को यहां पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजधानी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शिक्षा मॉडल को खत्म करने के कथित प्रयासों के लिए भाजपा की तीखी आलोचना की।
आप के वरिष्ठ नेता और विधायक दिलीप पांडे ने बताया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा और उपराज्यपाल शहर की शिक्षा प्रणाली को पंगु बनाने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों से 5,000 से अधिक शिक्षकों के स्थानांतरण की योजना बना रहे हैं। पांडे ने कहा कि दिल्ली के शिक्षकों को अब भाजपा के अहंकार की राजनीतिक भट्टी में झोंका जा रहा है।