कोविड केस बढ़ने के बीच दिल्ली सरकार ने अतिरिक्त डॉक्टरों और स्टाफ की सेवाएं 30 जून तक बढ़ाईं
दिल्ली में पिछले कुछ दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है। 11 अप्रैल को राजधानी में एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या 601 थी जो 25 अप्रैल को बढ़कर 3,975 हो गई।
कोविड-19 के मामले बढ़ने और टीकाकरण प्रक्रिया का विस्तार होने के साथ दिल्ली सरकार ने कोविड अस्पतालों तथा जिला स्वास्थ्य केंद्रों में टीका लगाने, जांच, निगरानी और प्रबंधन समेत अन्य कामों के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों और कर्मियों की सेवाएं 30 जून तक जारी रखने का फैसला किया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के उप सचिव अजय बिष्ट ने इस संबंध में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के निर्देशों का पालन करते हुए आदेश जारी किया है।
बिष्ट ने 12 अप्रैल के आदेश में कहा कि सक्षम प्राधिकार को आदेश दिया जाता है कि दिल्ली सरकार के कोविड अस्पतालों और जिला स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड-19 संबंधी टीकाकरण, जांच, निगरानी और प्रबंधन के लिए काम पर लगाए गए सभी अतिरिक्त डॉक्टरों और कर्मियों की सेवाएं 30 जून तक जारी रखी जाएं।
दिल्ली में पिछले कुछ दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है। 11 अप्रैल को राजधानी में एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या 601 थी जो 25 अप्रैल को बढ़कर 3,975 हो गई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हालांकि संक्रमितों के अस्पतालों में भर्ती होने की दर अभी तक कम बनी हुई है। उनके मुताबिक, अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या उपचाराधीन मामलों की तीन प्रतिशत से भी कम है।
इस बीच, दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या कमोबेश स्थिर बनी हुई है और इसमें कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है। इसमें कहा गया है कि ऐसे क्षेत्रों की संख्या 11 अप्रैल को 741 से घटकर 24 अप्रैल को 656 हो गई। दिल्ली सरकार ने पिछले शुक्रवार को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया था और किसी भी उल्लंघन के लिए 500 रुपये का जुर्माना लगाया था।
हालांकि, डीडीएमए ने स्कूलों को बंद नहीं करने और उनके लिए विशेषज्ञों के परामर्श से अलग मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के साथ आने का फैसला किया था। हाल ही में, दिल्ली सरकार ने घोषणा की कि प्रिकॉशन डोज अब राज्य द्वारा संचालित टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त में उपलब्ध होगी।