केजरीवाल प्रदूषण को लेकर बैठक में नहीं आते, दिल्ली गैस चैंबर बन जाएगी तब ऐक्शन लेंगे क्या; NDMC ने पूछे सवाल
Delhi Air Pollution : दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के चेयरमैन (DPCC) अश्वनी कुमार को सस्पेंड करने की मांग सीएम अरविंद केजरीवाल से उठाई है तो वही दूसरी NDMC के उपाध्यक्ष ने तीखे सवाल पूछे हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) ने लोगों का सांस लेना मुहाल कर रखा है। लेकिन इस बीच मुद्दे पर दिल्ली सरकार और अफसरों तथा NDMC के बीच टकराव की स्थिति भी बनती जा रही है। एक तरफ दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के चेयरमैन (DPCC) अश्वनी कुमार को सस्पेंड करने की मांग सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से उठाई है तो वही दूसरी NDMC के उपाध्यक्ष ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए तीखे सवाल पूछे हैं।
NDMC के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'दिल्ली सरकार पूरी तरह भ्रष्ट है और उन्हें किसी काम को करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। वो सिर्फ बातें करते हैं और दूसरों पर आरोप लगाते हैं। या तो वो (अरविंद केजरीवाल) बैठक में नहीं आते हैं या फिर वो बैठक को स्थगित कर चले जाते हैं। वो कभी सवालों के जवाब नहीं देते हैं। पंजाब में जहां आम आदमी पार्टी की सरकार है वहां पराली जलाने के 500 से ज्यादा केस सामने आए हैं। वहीं हरियाणा में 100 से ज्यादा पराली जलाने के केस सामने आए हैं। AAP सरकार कब ऐक्शन लेगी? जब दिल्ली गैंस चैंबर बन जाएगी या फिर जब लोग बीमार हो जाएंगे तब दिल्ली सरकार ऐक्शन लेगी?
दिल्ली बीजेपी के महासचिव कुलजीत सिंह चहल ने कहा, 'आज NDMC की बैठक थी। इससे पहले अरविंद केजरीवाल कहा करते थे कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आती है तो पराली जलाने के केस सामने नहीं आएंगे। लेकिन पंजाब में पराली जलाने के करीब 561 केस सामने आए हैं। जब हम पूछते हैं कि दिल्ली के विभिन्न मुद्दों पर आम आदमी पार्टी की सरकार ने क्या ऐक्शन लिया तब अरविंद केजरीवाल जवाब नहीं देते और बैठक स्थगित कर चले जाते हैं। हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे और केजरीवाल से सवाल पूछते रहेंगे।'
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाने के लिए दिल्ली सरकार के अपनी तरह के पहले अध्ययन को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार के आदेश पर एकतरफा रोक लगा दी गई। उन्होंने कहा, ''यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया जब दिल्ली को प्रदूषण संबंधी समस्या के समाधान के लिए वैज्ञानिक आंकड़ों की तत्काल आवश्यकता है।'' इसी के साथ गोपाल राय ने अश्वनी कुमार को सस्पेंड करने की मांग भी सीएम केजरीवाल से की है।
दिल्ली के AQI का बुरा हाल
बता दें कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार को लगातार तीसरे दिन 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया और अगले कुछ दिनों में किसी बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है। निगरानी एजेंसियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 10 बजे 238 था जो मंगलवार शाम करीब चार बजे के एक्यूआई 220 से अधिक है। औसत एक्यूआई पड़ोसी गाजियाबाद में 196, फरीदाबाद में 258, गुरुग्राम में 176, नोएडा में 200 और ग्रेटर नोएडा में 248 था। दिल्ली के लिए केंद्र की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता अगले चार से पांच दिन 'खराब' और 'बेहद खराब' की श्रेणी में रहने की आशंका है।